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    फरहान के करीबियों की तलाश में जुटी एटीएस की टीमें, विदेश से हुई थी कराेड़ाें की फंडिंग

    By Manoj Kumar Tripathi Edited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Mon, 10 Nov 2025 12:01 AM (IST)

    Terror Funding: एटीएस ने विदेश से 11 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाने व बांग्लादेशी घुसपैठियों को पनाह देने के आरोप में बीते शुक्रवार को दिल्ली निवासी फरवाह को गौतमबुद्धनगर से गिरफ्तार किया था। वह इस्तानबुल इंटरनेशनल कंपनी सहित कई अऩ्य कंपनियों का भी संचालन कर रहा था।

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    फरहान नबी सिद्दीकी

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊः टेरर फंडिंग के मामले में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीमें फरहान नबी सिद्दीकी के करीबियों की तलाश कर रही हैं। फरहान ने पूछताछ में एटीएस की टीम ने कई अहम जानकारियां उगलवाई हैं।

    आतंक की नर्सरी तैयार करने के लिए उसे विदेश से 11 करोड़ रुपये की फडिंग भी गई थी। इस राशि से उसने विभिन्न राज्यों में मदरसे स्थापित करने के लिए भूखंड भी खरीदे थे। पूछताछ में उसने बताया है कि तुर्की व जर्मनी सहित कई देशों के कट्टरपंथी संगठनों के साथ जुड़ा था। उसके मोबाइल से कई विदेशी नंबरों की जानकारी एटीएस को मिली है।

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    एटीएस ने विदेश से 11 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाने व बांग्लादेशी घुसपैठियों को पनाह देने के आरोप में बीते शुक्रवार को दिल्ली निवासी फरवाह को गौतमबुद्धनगर से गिरफ्तार किया था। वह इस्तानबुल इंटरनेशनल कंपनी सहित कई अऩ्य कंपनियों का भी संचालन कर रहा था। इन्हीं कंपनियों की आड़ में वह आतंक की नर्सरी तैयार करने के लिए विदेश से टेरर फंडिंग जुटा रहा था।

    अभी तक की पूछताछ में एटीएस को यह जानकारी भी मिली है कि फरहान के प्रिंटिग प्रेस से प्रकाशित होने वाली किताबों को बांग्लादेश सहित अन्य देशों में भी भेजा जाता था। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में इन किताबों को धार्मिक संगठनों के जरिए वितरित किया जाता था। फरहान के मोबाइल से कई लोगों के बारे में एटीएस को जानकारी मिली है। एटीएस की टीमें इनकी तलाश कर रही हैं।