UP Assembly: हंगामे के साथ शुरू हुआ विधानसभा का मानसून सत्र, मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग; अखिलेश बोले...
UP Assembly Monsoon Session 2023 उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र के शुरूआत के पहले ही दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी और आएलडी के विधायकों ने हाथ में बैनर लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 11 बजे विधासनभा में सदन की कार्यवाही शुरू हुई। विधानसभा में निधन की सूचनाएं पढ़ी गईं। माफिया अतीक अहमद और अशरफ समेत पूर्व सदस्यों श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
जागरण ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली: UP Assembly Monsoon Session 2023) उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र के शुरूआत के पहले ही दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी और आएलडी के विधायकों ने हाथ में बैनर लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
11 बजे विधासनभा में सदन की कार्यवाही शुरू हुई। विधानसभा में निधन की सूचनाएं पढ़ी गईं। माफिया अतीक अहमद और अशरफ समेत पूर्व सदस्यों श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विपक्ष ने मणिपुर हिंसा को लेकर निंदा प्रस्ताव की मांग की।
मणिपुर हिंसा को लेकर अखिलेश ने की चर्चा की मांग
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा- दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं बची, जहां पर मणिपुर हिंसा की निंदा नहीं की हो। अखिलेश ने कहा- हम चाहते हैं नेता सदन इस पर कुछ बोले।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा- विधासभा नियमावली के अनुसार चलेगी। नियम के अनुसार, अन्य राज्यों की चर्चा यूपी विधानसभा में नहीं हो सकती है। इसके बाद विपक्ष ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के विधायकों ने हाथ में बैनर लेकर सरकार का विरोध किया।
#WATCH | Lucknow, UP: In the State Assembly, Samajwadi Party (SP) chief Akhilesh Yadav says, "There is no place in the world where the Manipur incident hasn't been condemned. In America, the President's office has condemned it...England has condemned it. Can't we expect the flood… pic.twitter.com/2ffivaMcmT— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 7, 2023
सीएम योगी बोले- हम चर्चा के लिए हैं तैयार
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- "कल सर्वदलीय बैठक में हमने विपक्ष को स्वस्थ चर्चा के लिए आमंत्रित किया। हम जवाब देने के लिए तैयार हैं। पिछले छह वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में राज्य ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है... हम स्पीकर और विपक्षी विधायकों से बाढ़, सूखे के मुद्दे पर चर्चा करने की अपील करेंगे..."