यूपी में जिला स्वास्थ्य समिति करेगी आरोग्य मंदिरों के किराए का भुगतान, सीधे खाते में जाएगी धनराशि
उत्तर प्रदेश में जिला स्वास्थ्य समिति अब आरोग्य मंदिरों का किराया सीधे उनके खातों में भुगतान करेगी। यह निर्णय स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने ...और पढ़ें

जिला स्वास्थ्य समिति करेगी आरोग्य मंदिरों को किराए का भुगतान।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के संचालन के लिए बजट जिला स्वास्थ्य समिति के खाते में जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने स्थानीय निकाय निदेशक को इसके लिए पत्र लिखा है। 15वें वित्त आयोग से जारी बजट के खर्च को लेकर निकायों और एनएचएम के बीच खींचतान चल रही थी।
बजट होने के बावजूद पांच माह से आरोग्य मंदिरों के भवनों का बिजली बिल और किराया बकाया था। इस पत्र के बाद बकाया धनराशि भवन मालिकों को जल्द ही मिल जाएगी।
प्रदेश में 1,013 शहरी आरोग्य मंदिर का संचालन हो रहा है। इनके लिए 15वें वित्त आयोग से 220 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किया गया था। इसमें से 213.47 करोड़ रुपये निकायों के माध्यम से आरोग्य मंदिरों को दिया जाना है, लेकिन एनएचएम और स्थानीय निकाय निदेशालय के बीच सामंजस्य न होने से भुगतान नहीं हो पा रहा है।
एनएचएम निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने अब स्थानीय निकाय निदेशक अनुज कुमार झा को पत्र लिखकर बजट जिला स्वास्थ्य समिति के खाते में हस्तांतरित करने के लिए कहा है। पूर्व में भी इसी समिति के माध्यम से आरोग्य मंदिरों का संचालन किया जाता रहा है। हस्तांतरित धनराशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र जिला स्तरीय कमेटी के माध्यम से निकाय को दिया जाएगा।
डॉ. पिंकी जोवल ने ये भी निर्देश दिया है कि भवन स्वामी, मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और संबंधित स्थानीय निकाय के बीच त्रिस्तरीय किराए का अनुबंध होगा।
अनुबंध का प्रारूप भी निकायों, सभी मंडलायुक्तों, महानिदेशक परिवार कल्याण, जिलाधिकारी, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य, सभी सीएमओ, नेशनल अरबन हेल्थ मिशन (एनयूएचएम) के जिला नोडल अधिकारियों, मंडलीय व जिला स्वास्थ्य सलाहकारों को उपलब्ध करा दिया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।