UP: दिल्ली में गूंजेगी शिक्षकों की आवाज, टीईटी अनिवार्यता के खिलाफ देशभर से जुटे शिक्षक
Protest of Teachers in Delhi: विवार रात से ही अलग-अलग जिलों से शिक्षकों के समूह ट्रेन, बस और निजी वाहनों से दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। दिल्ली से सटे जिलों के शिक्षक रविवार रात ही पहुंच गए। अन्य जगह से शिक्षक सोमवार तड़के ही जंतर-मंतर पहुंचेंगे।

दिल्ली के जंतर-मंतर पर बड़ा प्रदर्शन
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: दिल्ली के जंतर-मंतर पर सोमवार को पूरे देश से दस लाख से अधिक शिक्षक अपनी एकता और ताकत दिखाने के लिए जुटेंगे। उत्तर प्रदेश सहित 22 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षक टीईटी अनिवार्यता के विरोध में बड़ा प्रदर्शन करेंगे।
इस आंदोलन में यूपी के शिक्षकों की भागीदारी सबसे ज्यादा रहने वाली है। रविवार रात से ही अलग-अलग जिलों से शिक्षकों के समूह ट्रेन, बस और निजी वाहनों से दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। दिल्ली से सटे जिलों के शिक्षक रविवार रात ही पहुंच गए। अन्य जगह से शिक्षक सोमवार तड़के ही जंतर-मंतर पहुंचेंगे।
शिक्षकों की मुख्य मांग है कि संसद के शीतकालीन सत्र में ऐसा अध्यादेश लाया जाए, जिसमें आरटीई लागू होने से पहले नियुक्त सभी शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से छूट दी जाए। शिक्षकों का कहना है कि नियमों में अचानक किया गया यह बदलाव उनके भविष्य और सेवा शर्तों पर सीधा असर डालता है, इसलिए सरकार को उनकी आवाज सुनकर व्यावहारिक समाधान देना चाहिए।
दिल्ली में शिक्षकों की रैली का उद्देश्य टीईटी अनिवार्यता के खिलाफ अपनी आवाज उठाना है और इस मुद्दे पर अपनी समस्याओं, अनुभवों और सुझावों को साझा करना है। यह रैली लोकसभा सत्र के दौरान हो रही है ताकि शिक्षकों की बात अधिक प्रभावी ढंग से संसद तक पहुंच सके। इसमें शिक्षक पात्रता परीक्षा की अनिवार्यता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसमें देश भर के शिक्षक और संगठन के प्रतिनिधि अपनी समस्याएं, अनुभव और समाधान के सुझाव साझा करेंगे और भविष्य की रणनीति तय करेंगे।

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