उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप को रफ्तार दे रहे सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, नवाचार आधारित अर्थव्यवस्था पर जोर
उत्तर प्रदेश में नवाचार को बढ़ावा देने और स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ये केंद्र, र ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश स्थापित सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रदेश की स्टार्टअप क्रांति को नई रफ्तार दे रहे हैं। इन केंद्रों का उद्देश्य युवाओं को उच्च तकनीक, शोध सुविधाएं और बेहतर नेटवर्किंग देकर उन्हें वैश्विक स्तर की उद्यमिता के लिए तैयार करना है।
थीम आधारित इन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लाकचेन, मेडटेक, टेलीकाम, ड्रोन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग और आटोमोटिव टेक्नोलाजी जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित किया है। यहां चयनित प्रोडक्ट आधारित स्टार्टअप को उच्च स्तरीय लैब, को-वर्किंग स्पेस, प्रोडक्ट टेस्टिंग, रिसर्च सपोर्ट और विशेषज्ञ मेंटरशिप उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि कोई भी प्रतिभा संसाधनों की कमी से पीछे न रह जाए।
आईटी एवं स्टार्टअप सेक्टर के कंसलटेंट सुनील गुप्ता के अनुसार इन केंद्रों का प्रभाव तकनीकी क्षेत्र के साथ-साथ स्वास्थ्य, कृषि,। शिक्षा और स्वच्छता जैसे सामाजिक क्षेत्रों में भी तेजी से दिख रहा है।
प्रदेश में सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में गौतमबुद्धनगर में ब्लाकचेन टेक्नोलाजी, एआइ एंड इनोवेशन ड्रिवेन एंटरप्रेन्योरशिप, लखनऊ में मेडटेक, कानपुर नगर में टेलीकाम (5जी/ 6जी), ड्रोन/यूएवी टेक्नोलाजी, सहारनपुर में टेलीकाम (5जी/ 6जी), गाजियाबाद में एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग हैं।
सभी जिले पूरी गंभीरता से कराएं मतदाताओं का सत्यापन: रिणवा
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने गुरुवार को जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कहा कि सभी जिले मृतक, स्थानांतरित, अनुपस्थित व डुप्लीकेट मतदाताओं का फिर से पूरी गंभीरता के साथ सत्यापन कराएं। किसी भी प्रकार की शिकायत की गुंजाइश न रहे। इस प्रक्रिया में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बीएलए का सहयोग लिया जाए।
उन्होंने कहा कि सत्यापन के दौरान जो मतदाता सही मिलें उनसे अनिवार्य रूप से गणना प्रपत्र भरवाया जाए। गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का कार्य जल्द पूरा करने व जिन मतदाताओं के फोटो उपलब्ध नहीं हैं उनसे फिर से संपर्क कर इसे प्राप्त किया जाए। ऐसे नागरिक जिनका नाम वर्ष 2025 की मतदाता सूची में नहीं है उनसे घोषणा पत्र के साथ फार्म-6 भरवाया जाए। अब तक आठ लाख फार्म-6 भरे जा चुके हैं।

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