UP 68500 Teacher Recruitment: पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की 10 को जारी होगी जिला आवंटन लिस्ट
UP 68500 Teacher Recruitment यूपी के प्राइमरी स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को जल्द नियुक्तिपत्र मिलने की उम्मीद है। बेसिक शिक्षा परिषद ने लंबे इंतजार के बाद जिला आवंटन सूची 10 सितंबर को जारी करने की तैयारी की है।
लखनऊ, जेएनएन। UP 68500 Teacher Recruitment: उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को जल्द नियुक्तिपत्र मिलने की उम्मीद है। बेसिक शिक्षा परिषद ने लंबे इंतजार के बाद जिला आवंटन सूची 10 सितंबर को जारी करने की तैयारी की है। इसी दिन चयनित शिक्षकों के लिए जिला आवंटन सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में अफसरों की अनदेखी से 68500 शिक्षक भर्ती में चयन प्रक्रिया चल रही है। पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने के लिए हाई कोर्ट 2020 में ही आदेश जारी कर चुका है लेकिन टालमटोल जारी रहा। पिछले माह आवेदन लेकर नियुक्ति किया जाना था, तय समय में अभ्यर्थियों ने आवेदन कर दिया लेकिन उनका जिला आवंटन न होने से काउंसिलिंग लटक गई।
बता दें कि 26 अगस्त को काउंसिलिंग और 27 अगस्त को नियुक्तिपत्र निर्गत होना था। इसके लिए बेसिक शिक्षा निदेशक ने हाई कोर्ट में हलफनामा भी दिया था। अब परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने 10 सितंबर को काउंसिलिंग कराने की तैयारी है। उन्होंने इस संबंध में एनआइसी की महानिदेशक को पत्र भेजा है।
68500 शिक्षक भर्ती के तहत तमाम अभ्यर्थी चयन न होने पर हाई कोर्ट चले गए थे। आरोप था कि मूल्यांकन में अनियमितता की गई है। इसी आधार पर अभ्यर्थियों ने पुनर्मूल्यांकन की मांग की थी। कोर्ट के आदेश पर पुनर्मल्यांकन हुआ, जिसमें 139 अभ्यर्थियों को चयनित घोषित किया गया। बेसिक शिक्षा परिषद ने इन अभ्यर्थियों से 19 अगस्त तक आनलाइन आवेदन मांगे थे।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से पूर्व में जारी कार्यक्रम के अनुसार आवेदन के बाद डाटा प्रोसेसिंग का काम 20 अगस्त को होना था। 23 अगस्त तक जिला आवंटन सूची परिषद कार्यालय को उपलब्ध कराई जानी थी और 26 और 27 अगस्त को काउंसिलिंग के बाद नियुक्ति पत्र जारी किए जाने थे, लेकिन आवेदन लेने के बाद परिषद ने निर्धारित तारीख तक नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया और न ही स्थिति स्पष्ट की थी कि चयनितों को जिला आवंटन कब किए जाएंगे। चयनित अभ्यर्थी लगातार बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे।