यूपी की इन पार्टियों को राजनीति दलों की सूची से कर दिया जाएगा बाहर, बड़ा झटका देने की तैयारी में आयोग
लखनऊ में निर्वाचन आयोग ने 14 ऐसे राजनीतिक दलों को नोटिस जारी किया है जो पिछले कई सालों से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने दलों को 21 अगस्त तक जवाब देने का निर्देश दिया है विफल रहने पर दलों को सूची से बाहर कर दिया जाएगा। इससे पहले भी आयोग ने कई दलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। केवल कागजों पर चले रहे राजनीतिक दलों को आयोग झटका देने की तैयारी में है। लखनऊ में पंजीकृत ऐसे 14 राजनीतिक दलों को आयोग ने नोटिस जारी किया है जो पिछले कई वर्षों से चुनाव ही नहीं लड़ रहे हैं। अगर जवाब से आयोग संतुष्ट नहीं हुआ तो इन राजनीतिक दलों को सूची से बाहर कर दिया जाएगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी विशाख जी की ओर नोटिस जारी किया गया है। नाेटिस में कहा गया है कि संबंधित दल 21 अगस्त तक अपना पक्ष मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उपलब्ध करा सकते हैं। अगर पार्टी की तरफ से निर्धारित समय के भीतर कोई जवाब नहीं दाखिल किया तो माना जाएगा कि इस संबंध में कुछ नहीं कहना है।
ऐसे में इन पार्टियों को राजनीति दलों की सूची से बाहर कर दिया जाएगा। दरअसल इससे पहले भी आयोग ने दो दर्जन से अधिक दलों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इनमें से कई दलों ने जिन पतों पर पंजीकरण करा रखा था उन पर कार्यालय मिला ही नहीं। आयोग ने वर्ष 2019 से 2025 के बीच पूरे प्रदेश के 121 दलों को कारण बताओ नोटिस जारी की है।
लखनऊ में जन रक्षा पार्टी, महिला स्वाभिमान पार्टी, हिंद साम्राज्य पार्टी, राष्ट्रीय जनप्रिय पार्टी, राष्ट्रव्यापी जनता पार्टी, अखिल भारतीय जनता पार्टी, भारतीय बेरोजगार पार्टी, भारतीय ग्रामीण दल, भारतीय जन-जन पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय जागरूक दल, भारतीय युवा क्रांति पार्टी, देशवादी पार्टी, हिंदुस्तान आवाम पार्टी और इंडियन सर्वहित पार्टी को नोटिस जारी की गई है।
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