उन्नाव के पक्षी अभ्यारण्य में रात का नजारा भी देख सकेंगे पर्यटक, ईको पर्यटन विकास बोर्ड ने प्रोजेक्ट पर शुरू किया काम
उन्नाव के शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी अभ्यारण्य में जल्द ही पर्यटकों को रात के जंगल का नजारा भी देखने को मिलेगा। राज्य में ईको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ईको पर्यटन विकास बोर्ड पक्षी अभ्यारण्य में एआर-वीआर (संवर्धित और आभासी वास्तविकता) डोम की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उन्नाव के शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी अभ्यारण्य में जल्द ही पर्यटकों को रात के जंगल का नजारा भी देखने को मिलेगा। राज्य में ईको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ईको पर्यटन विकास बोर्ड पक्षी अभ्यारण्य में एआर-वीआर (संवर्धित और आभासी वास्तविकता) डोम की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है। इस गोलाकार डोम में बैठकर पर्यटक जंगल के किसी भी समय का वर्चुअल दृश्य देख सकेंगे। पर्यटकों के लिए ईको पर्यटन बोर्ड की तरफ से पहली बार किसी अभ्यारण्य में यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
राज्य में लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग ने अब ईको पर्यटन को भी बढ़ावा देने की योजना पर काम शुरू किया है। इसके तहत प्रमुख ईको पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों को रात्रि विश्राम की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में सहित अन्य स्थलों पर पीपीपी मोड पर निजी कंपनियों द्वारा पर्यटकों के लिए काटेज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
पर्यटन विभाग की कोशिश है कि ईको पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को कम से कम एक रात रुकने की व्यवस्था कराई जाए, जिससे वे प्रकृति को और करीब से देखने का अनुभव प्राप्त कर सकें।
इसी सिलसिले में उन्नाव के पक्षी अभ्यारण्य में एआर-वीआर डोम निर्मित किए जा रहे हैं। यह एक प्रकार का वर्चुअल थिएटर है, जिसमें 360 डिग्री पर स्क्रीन लगी होती है। इसके माध्यम से वर्चुअल तौर पर जंगल के किसी भी समय का दृश्य देखा जा सकता है। दृश्य देखने वाला खुद को संबंधित स्थल पर मौजूद होने का अनुभव प्राप्त करता है। पर्यटन विभाग यहां पर पर्यटन सुविधाओं के विकास पर 2.81 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। साथ ही विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों को क्यूरेटेड भ्रमण भी कराया जा रहा है।

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