Mango Export: दो वीएचटी मशीनें करेंगी आम को वायरस मुक्त, हॉट वाटर ट्रीटमेंट बनाए रखेगी गुणवत्ता
इंग्लैंड नीदरलैंड समेत कई अन्य यूरोपियन देश बिना ट्रीटमेंट के आम नहीं लेते हैं।साथ ही गुणवत्ता में कमी रह जाने से आम के खराब होने का अंदेशा बना रहता ह ...और पढ़ें

लखनऊ [नीरज मिश्र]। फलों के राजा दशहरी आम के एक्सपोर्ट के लिए मैंगो पैक हाउस तैयार हो गया है। मंडी प्रशासन तैयारियाें को अंतिम रूप दे रहा है। यूरोपीय देशों में भेजे जाने वाले आम के ट्रीटमेंट के लिए इस बार दो वीएचटी (वेरी हाई टेंपरेचर) मशीनें लगा दी गई हैं। पिछली बार एक ही मशीन थी जिससे एक बार में महज 25 क्विंटल आम ही तैयार हो पाता था। लेकिन इस साल करीब साढे़ तीन करोड़ की लागत से दूसरी वीएचटी मशीन लगा दी गई है। अब यह दोनों मशीनें करीब 50 क्विंटल एक्सपोर्ट क्वालिटी आम को एक साथ वायरस मुक्त करेंगी। पैक हाउस में लगी मशीनों के तमाम प्रोसेस से गुजरने के बाद गुणवत्ता युक्त एक्सपोर्ट क्वालिटी का आम तैयार होगा जिसे पैक कर विदेश रवाना किया जाएगा।
इंग्लैंड, नीदरलैंड समेत कई अन्य यूरोपियन देश बिना ट्रीटमेंट के आम नहीं लेते हैं।साथ ही गुणवत्ता में कमी रह जाने से आम के खराब होने का अंदेशा बना रहता है। इससे बचने के लिए एक्सपोर्ट से पहले आम का हॉट वाटर ट्रीटमेंट किया जाता है ताकि उसकी गुणवत्ता बनी रहे। इसे लेकर मैंगो पैक हाउस में विशेष तैयारियां की गई हैं। मशीनों को ट्रायल किया जा रहा है।
यही नहीं आम के एक्सपोर्ट के लिए विशेष तरह की पैकिंग की भी व्यवस्था बनाई जा रही है। आर्डर और मात्रा देखने के बाद आम के एक्सपोर्ट के लिए खास किस्म के बाक्स तैयार किए जाएंगे।
निर्यातकों के साथ बैठक जल्द: आम के एक्सपोर्ट को लेकर जल्द ही एक वर्चुअल मीटिंग की जाने वाली है। दशहरी, लंगड़ा, चौसा समेत किन-किन आम की किस्मों को कहां-कहां और कितना भेजा जाना है। इस पर अंतिम निर्णय होगा। मीटिंग में निर्यातकों के पास कितने आर्डर हैं, इसे देखकर ही तैयारियों को आगे बढ़ाया जाएगा।
मंडी सचिव संजय सिंह ने बताया कि आम के निर्यात के लिए मंडी प्रशासन अपनी तैयारियां कर रहा है। मैंगों पैक हाउस में इस बार दो वीएचटी मशीनें हैं जो आम को वायरस मुक्त करने के साथ गुणवत्ता प्रदान करेंगी। मशीनों का ट्रायल किया जा रहा है। जल्द ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

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