लखनऊ में मूर्ति विसर्जन के दौरान पांच लोग डूबे, चार को मछुआरों ने बचाया; एक लापता की तलाश जारी
लखनऊ के बख्शी का तालाब में मूर्ति विसर्जन के दौरान बाराबंकी से आए पाँच लोग डूब गए। मछुआरों ने चार को बचाया पर एक युवक लापता है। पुलिस और गोताखोर 36 घंटे से उसकी तलाश कर रहे हैं। घटना चंद्रिका देवी मार्ग के मंझी घाट पर हुई जहाँ बाराबंकी के पड़री गाँव से आए लोग मूर्ति विसर्जन के लिए गोमती नदी में उतरे थे।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। बख्शी का तालाब के मझऊवा घाट में गुरुवार को मूर्ति विसर्जन करने बाराबंकी से पहुंचे पांच लोग नदी में डूबने लगे। मछुआरों ने चार लोगों को बचा लिया। एक युवक का पता नहीं चला है। उसकी तलाश में स्थानीय पुलिस और गोताखोर लगे हुए हैं। हालांकि 36 घंटे के बाद भी युवक का पता नहीं लगा है।
चंद्रिका देवी मार्ग स्थित मंझी घाट पर मूर्ति विसर्जन के लिए व्यवस्था की गई थी। यातायत में बदलाव कर पुलिस को भी तैनात किया गया। गुरुवार शाम बाराबंकी के कुर्सी स्थित पड़री गांव से दुर्गा माता की मूर्ति लेकर ग्रामीण एक अन्य रास्ते से चंद्रिका देवी मंदिर के पीछे मझऊवा घाट पहुंच गए।
विसर्जन के लिए वह गोमती नदी में उतर गए। पानी गहरा होने के चलते पांचों लोग डूबने लगे। पास ही मछली पकड़ रहे लोगों ने किसी तरह चार श्रद्धालुओं को बाहर निकाल लिया, लेकिन पड़री गांव निवासी 20 वर्षीय अमन का पता नहीं चला।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से खोजबीन शुरू की, फिर भी सफलता नहीं मिली। घटना के बाद से परिवारीजन भी मौके पर मौजूद हैं। कई किलोमीटर तलाशी अभियान चलाने के बावजूद युवक के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।