टाइट जींस तथा पैरों पर लैपटॉप बना सकते हैं नपुंसक
लड़कों के लिए टाइट जींस का फैशन कहर बन रहा है। सिर्फ टाइट जींस ही नहीं बल्कि जांघ पर लैपटॉप रखकर काम करना भी उनको नपुंसक बना सकता है। टाइट जींस पहनने के शौकीनों के लिए यह एक बुरी खबर है।
लखनऊ। लड़कों के लिए टाइट जींस का फैशन कहर बन रहा है। सिर्फ टाइट जींस ही नहीं बल्कि जांघ पर लैपटॉप रखकर काम करना भी उनको नपुंसक बना सकता है। टाइट जींस पहनने के शौकीनों के लिए यह एक बुरी खबर है।
हाल में ही मेडिकल रिसर्च में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके मुताबिक टाइट जींस का शौक आपको नपुंसक बना सकता है। आगरा में हुए डॉक्टरों के महाकुम्भ आइकोग (59वीं ऑल इंडिया कांग्रेस ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी 2016) में विभिन्न शोध में इसका बुरा असर सामने आया है। इसमें भारत के साथ ही विदेश से भी हजारों गायनेकोलॉजिस्ट ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। पांच दिवसीय आइकोग में कई चौंकाने वाले रिसर्च सामने आ गये।
इनमें से एक में बताया गया कि टाइट जींस पहनने और लैपटॉप को पैरों पर या गोद में रखकर काम करने वाले लोगों में नपुंसकता (नामर्दी) के लक्षण आने लगते हैं। गायनेकोलॉजिस्ट का मानना था पहले पुरुषों में फर्टिलिटी दर ज्यादा थी, लेकिन धीरे-धीरे अब उसमें कमी आने लगी है। इसकी वजह में टाइट जींस पहनना और लैपटॉप को पैरों या गोद में रखकर काम करना भी शामिल है। सम्मलेन में पेश रिसर्च पेपर के मुताबिक पहले मर्दों में स्पर्म काउंट 150 मिलियन के ऊपर रहता था। वहीं अब यह गिरकर 40 से 140 मिलियन के बीच रह गया है।
वर्तमान में तो कई पुरुषों में स्पर्म काउंट की संख्या महज 20 मिलियन रह गई है। इसकी सबसे बड़ी वजह है पुरुषों का बदलता लाइफ स्टाइल. रिसर्च पेपर के मुताबिक जींस कल्चर पुरुषों में स्पर्म काउंट को कम कर रहा है. डॉक्टरों की मानें तो लैपटाप को पैरों पर रखकर काम करने से शरीर के निचले हिस्से का तापमान करीब 1.5 से 2.0 डिग्री तक बढ़ जाता है, जो शरीर में शुक्राणुओं (स्पर्म) के निर्माण में बाधक होता है।
आइकोग में देश-विदेश के छह हजार गायनेकोलॉजिस्ट एकत्र थे। एक हजार से अधिक सेशन में दुनियाभर के डॉक्टरों ने आपस में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और रिसर्च को एक्सचेंज भी किया।