Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'जनता को डराकर वोट लेना चाहते हैं वो', Akhilesh Yadav ने नाम लिए बिना PM Modi पर साधा निशाना

    Akhilesh Yadav News अखिलेश ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि जिन लोगों ने मेहनत से कमाए हुए गरीबों और महिलाओं के बचाए हुए दो पैसे नोटबंदी से निकाल लिए थे वो आज गहनों की बात कर रहे हैं। सच तो यह है कि जिनके पास एक-दो गहने हैं वो मध्यवर्ग भी भाजपा के खिलाफ वोट डाल रहा है।

    By Shobhit Srivastava Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 23 Apr 2024 12:36 PM (IST)
    Hero Image
    'जनता को डराकर वोट लेना चाहते हैं वो', Akhilesh Yadav ने नाम लिए बिना PM Modi पर साधा निशाना

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा है। कहा, भाजपा के सर्वोच्च पदों पर बैठे लोग चुनावी रैली में अनर्गल बातें कहकर कांग्रेस के लिए जो झूठ फैला रहे हैं, उससे भाजपा का अपना झूठ बाहर आ रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक तरफ वो दावा कर रहे हैं कि 400 सीट पाकर जीतने वाले हैं, दूसरी तरफ वो विपक्ष के जीतने पर क्या होगा कहकर जनता को डराकर चुनाव में कुछ वोट पाना चाहते हैं। सच तो ये है कि वो अपने मन की बात किसी और के ऊपर डालकर कह रहे हैं।

    अखिलेश ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि जिन लोगों ने मेहनत से कमाए हुए गरीबों और महिलाओं के बचाए हुए दो पैसे नोटबंदी से निकाल लिए थे वो आज गहनों की बात कर रहे हैं। सच तो यह है कि जिनके पास एक-दो गहने हैं, वो मध्यवर्ग भी भाजपा के खिलाफ वोट डाल रहा है क्योंकि बेरोजगारी और महंगाई से मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग के लोग भी वैसे ही प्रभावित हैं।

    सपा अध्यक्ष ने लिखा, एक समुदाय विशेष के बारे में नाम लेकर गलत बात कहना पूरी दुनिया में फैले उस समुदाय का अपमान है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इससे देश की धर्म निरपेक्ष और लोकतांत्रिक पहचान को बहुत ठेस पहुंची है। ये एक बेहद आपत्तिजनक बयान है, जिसकी कोई माफी नहीं हो सकती।

    दरअसल, भाजपा ऐसा बयान इसलिए दे रही है क्योंकि उसके अपने समर्थक तक उसको वोट नहीं दे रहे हैं। प्रथम चरण के मतदान के बाद ये हताशा भरा बयान देश से भाजपा की सरकार जाने का सबसे पहला बयान भी है और रुझान भी है। ये भाजपा की अपनी हार की स्वीकारोक्ति है। संविधान खत्म करने की मंशा रखने वाले ही ऐसी संवैधानिक भाषा का प्रयोग कर सकते हैं। चुनाव आयोग ऐसे बयान के बाद क्या किसी को चुनाव लड़ने की अनुमति देगा। इतिहास इसे याद रखेगा और इसके लिए भाजपा को माफ नहीं करेगा।