लखनऊ में बच्चों और किशोरों के टीकाकरण का लक्ष्य अभी तक पूरा नहीं, स्वास्थ्य विभाग चिंतित
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एमके सिंह ने बताया कि स्कूल बंद होने की वजह से लक्ष्य पूरा नहीं हो सका है। स्कूल के खुलते ही टीकाकरण शिविर लगाए जायेंगे। इ ...और पढ़ें

लखनऊ, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते 12 से 14 साल आयु वर्ग का कोरोना टीकाकरण आगे नहीं बढ़ पा रहा है। बच्चों-किशोरों के कोविड टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दस्तक अभियान चलाया और स्कूलों से भी संपर्क किया लेकिन बच्चों वा किशोरों में टीकाकरण का लक्ष्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। एक तरफ जहां अधिक संक्रमित मिलने लगे हैं वहीं, दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण को लेकर चिंतित है।
12 से 14 साल तक के बच्चों-किशोरों का टीकाकरण 16 मार्च को शुरू हुआ था, स्वास्थ्य विभाग ने शुरुआत में स्कूलों में बूथ बनाकर 31 मार्च तक इस आयु वर्ग के सभी बच्चों-किशोरों को टीका लगा देने का दावा किया था। बच्चों व किशोरों के कोरोना टीकाकरण पर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भरी पड़ रही है यही वजह है कि 12-14 साल तक बच्चों में अभी तक 70 प्रतिशत बच्चों को ही टीका लग पाया है। जबकि 15-17 तक के किशोरों में 68 प्रतिशत का ही टीकाकरण हुआ है। यानी अभी 32 फीसद बच्चे और 30 फीसद किशोर टीकाकरण से वंचित हैं, जबकि कोरोना ने देश में दस्तक दे दी है।
स्कूल में लगेगा शिविरः जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एमके सिंह ने बताया कि स्कूल बंद होने की वजह से लक्ष्य पूरा नहीं हो सका है। स्कूल के खुलते ही टीकाकरण शिविर लगाए जायेंगे। इस संबंध में सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जल्द ही अभियान को रफ्तार दी जाएगी।

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