Ambulance Strike in UP: एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से मरीजों की जान दांव पर, सरकार की सख्ती के बाद कंपनी ने शुरू की बर्खास्तगी की कार्रवाई
Ambulance Strike in UP एएलएस एम्बुलेंस कर्मचारियों द्वारा हड़ताल जारी रखने से मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। कंपनी ने एंबुलेंस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जीवीके ईएमआरआइ ने एम्बुलेंस यूनियन पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है।

लखनऊ, जेएनएन। एएलएस एम्बुलेंस कर्मचारियों द्वारा हड़ताल जारी रखने से मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। जिसके बाद कंपनी ने एंबुलेंस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। लोगों को इमरजेंसी एम्बुलेंस सेवाएं मिलने में हो रही दिक्कतों को देखते हुए एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था जीवीके ईएमआरआइ ने एम्बुलेंस यूनियन पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा है कि जो भी कर्मचारी दोपहर 3 बजे तक ड्यूटी ज्वाइन नहीं करते हैं उन सभी को बर्खास्त कर दिया जाएगा। प्रदेश सरकार भी इन सभी के खिलाफ एस्मा एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर रही है। उधर, बाराबंकी, हरदोई, सीतापुर, बहराइच, गोंडा और रायबरेली समेत अन्य जिलों में भी हड़ताल की वजह से लोग परेशान हुए। जिन कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है उनमें हनुमान पांडेय, सुशील पांडेय, शरद यादव, सुनील सचान, प्रवीण मिश्रा, सतेन्द्र कुमार, बृजेश कुमार, गिरजेश कुमार, जयशंकर मिश्रा, महेन्द्र सिंह, नीतीश कुमार, रितेश शुक्ला, विनय तिवारी सहित अन्य हैं।
बाराबंकी: विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मी सोमवार से हड़ताल पर हैं। मंगलवार को भी एंबुलेंस कर्मियों का धरना प्रदर्शन जारी रहा। लखनऊ अयोध्या मार्ग पर एंबुलेंस को कर्मियों ने खड़ा कर विरोध प्रदर्शन किया। एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निजी वाहनों से मरीजों को लेकर लोग जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं।
रायबरेली: एंबुलेंस चालकों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। सोमवार को रात भर चालक गोरा बाजार मैदान में ही रुके रहे। वही भोजन बनाया और सोए। 88 एंबुलेंस मेंं चार संचालित हैं, बाकी खड़ी करा दी गई हैं। जिला अस्पताल में मरीज निजी साधनों से आ रहे हैं। सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि एंबुलेंस चालक संघ के पदाधिकारियों से दोबारा वार्ता कर हड़ताल खत्म कराने का प्रयास किया जा रहा है। एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अतुल सिंह ने बताया कि अभी हड़ताल चल रही है। मांग पत्र एडीएम प्रशासन को सौंपा गया है।
गोंडा: विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मी सोमवार से हड़ताल पर है। गोंडा-लखनऊ मार्ग स्थित हारीपुर के पास एंबुलेंस को खड़ी कर कर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। सुबह से महिला व जिला अस्पताल में 50 मरीज आ चुके हैं। वहीं, प्रसूताएं अपने वाहनों से घर जा रही हैं।
हरदोई: विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मी सोमवार से हड़ताल पर हैं और शाहजहापुर रोड स्थित चौपाल सागर के सामने एंबुलेंस को खड़ी कर प्रदर्शन कर रहे हैं। एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी उनकी हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और निजी वाहनों से अपना मरीजों को लेकर जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। सुबह से महिला अस्पताल में 21 मरीज आ चुके हैं जो अपने साधनो से पहुँची। वहीं प्रसव के बाद प्रसूताएं अपने वाहनों से घर जा रहे हैं। इसके अलावा जिला अस्पताल में 18 मरीज आ चुके हैं। अधिकतर मरीज अपने वाहन से जिला अस्पताल आए।
बहराइच: मंगलवार को स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई नजर आई। छह सूत्रीय मांगो को 102 और 108 एम्बुलेंस के कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए। हड़ताल पर डटे कर्मचारी पहले जीवीके कंपनी के लिए काम करते थे। लेकिन अब इसका जिम्मा नई कंपनी जिगित्जा को दे दिया। नई कंपनी नए लोगों की भर्ती कर रही है। इसमें किसी भी पुराने कर्मचारी को काम नहीं दिया जा रहा है। इसी वजह से जीवीके कंपनी के कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। सोमवार से शुरू हुआ अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को भी जारी रहा। एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर जाने की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। एम्बुलेंस कर्मियों ने मांगे पूरी न होने तक कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। जिलें में चलने वाली एंबुलेंस सेवा बंद है। इससे मरीजों और उनके परिवारीजनों में हाहाकार मचा हुआ है।
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