Lucknow: चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने का टेंडर जारी, 400 करोड़ रुपये होंगे खर्च
Charbagh Railway Station चारबाग रेलवे स्टेशन को लखनऊ जंक्शन से स्काईवॉक से जोड़ा जाएगा। चारबाग स्टेशन पर भी सभी सात प्लेटफॉर्म के ऊपर स्काईवॉक बनेगा। जल्द ही और प्लेटफार्म भी बनेंगे। इनको भी स्काई वाक से जोड़ा जाएगा।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। Charbagh Railway Station: चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए पिछले छह साल से आ रही बाधा आखिरकार दूर हो गई। चारबाग रेलवे स्टेशन को 400 करोड़ रुपए से संवारा जाएगा। इसके लिए रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने एक कंपनी को टेंडर जारी कर दिया है। कंपनी ने चारबाग स्टेशन पर अपना साइट ऑफिस भी बना लिया है। जल्द ही कंपनी विस्तृत डिजाइन तैयार कर देगी । नए साल पर कंपनी काम शुरू कर देगी । कंपनी 24 महीने में यह काम पूरा करेगी।
स्काईवॉक से जुड़ेगा चारबागः चारबाग रेलवे स्टेशन को लखनऊ जंक्शन से स्काईवॉक से जोड़ा जाएगा। चारबाग स्टेशन पर भी सभी सात प्लेटफॉर्म के ऊपर स्काईवॉक बनेगा। जल्द ही और प्लेटफार्म भी बनेंगे। इनको भी स्काई वाक से जोड़ा जाएगा। यात्री एस्केलेटर के जरिए स्काईवॉक जाएंगे। उनकी ट्रेन आने पर ही वह एस्केलेटर और लिफ्ट से प्लेटफार्म पर उतरेंगे। नीचे से ट्रेनें गुजरेगी और ऊपर स्काईवॉक पर यात्रियों के मनोरंजन खानपान और शॉपिंग की आधुनिक सुविधाएं होंगी। आनंद नगर की तरफ भी नया रेलवे स्टेशन परिसर बनेगा। जहां आरक्षण केंद्र के अलावा यात्रियों के लिए विश्रामालय और वेटिंग एरिया सहित कई सुविधाएं होंगी।
24 माह में निर्माण कार्य होगा पूराः चारबाग रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य आगामी 24 माह में पूरा कर लिया जाएगा। यात्री मेट्रो से उतर कर लखनऊ जंक्शन से होते हुए चारबाग तक स्काईवॉक के जरिए पहुंच सकेंगे। चारबाग और गोमती नगर को विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने का प्रोजेक्ट वर्ष 2016 में बनाया गया था। इसमें रेल भूमि विकास प्राधिकरण के साथ नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन को भी लगाया गया था। बाद में नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन ने गोमती नगर और चारबाग स्टेशन के प्रोजेक्ट से हाथ खींच लिया था। इस कारण यह दोनों प्रोजेक्ट अधर में फंस गए थे। लेकिन रेलवे ने अपने ही बजट से इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का निर्णय लिया।
गोमती नगर रेलवे स्टेशन परिसर में रेलवे ने अपनी अपनी जमीन पर व्यावसायिक कॉन्प्लेक्स बनाकर उसे लीज पर देने का निर्णय लिया। इससे रेलवे ने रुपए जुटाकर गोमती नगर को विश्वस्तरीय बनाने का काम भी शुरू कर दिया। जबकि चारबाग रेलवे स्टेशन का काम शुरू नहीं हो सका था। रेल भूमि विकास प्राधिकरण के मुख्य परियोजना प्रबंधक सुधीर सिंह के प्रयासों से चारबाग स्टेशन को सवारने के टेंडर की प्रक्रिया आखिरकार पूरी हो गई। प्राधिकरण में दक्षिण भारत की कंपनी को यहां उपलब्ध की जाने वाली सुविधाओं की डिटेल दे दी है। इसके आधार पर ही कंपनी अब फाइनल डिजाइन बना रही है।