Swachh Survekshan Awards : स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश के पांच शहरों को पुरस्कार, लखनऊ की ऊंची उड़ान ; देश में नंबर तीन
Five Cities of UP Got Swachh Survekshan Awards केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन की मिशन निदेशक और संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा ने इस संबंध में नगर विकास विभाग को पत्र भेज था। इस पत्र के अनुसार सर्वश्रेष्ठ तीन शहरों में स्थान प्राप्त करने पर लखनऊ को राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में प्रदेश के पांच शहरों-लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा और गौतमबुद्ध नगर को स्थान मिला है। लखनऊ ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 44वें स्थान से तीसरे स्थान पर जगह बनाई है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने साफ सुथरे शहरों में ऊंची छलांग लगाते हुए देश के सर्वश्रेष्ठ तीन शहरों में स्थान प्राप्त किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में इन शहरों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री एके शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल और पूर्व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने राष्ट्रपति द्वौपदी मुर्मु से स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में आई तीसरी रैंक का पुरस्कार लिया।
स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर निगम लखनऊ की रैकिंग में सुधार हुआ है। नगर निगम को देश में तीसरा स्थान मिला है। यह रैंकिंग भी नगर निगम को तब मिली है, जब अभी तक अन्य शहरों को पीछे करने वाले शहरों की श्रेणी को अलग कर दिया गया है। नगर निगम 2023 में देश में 44 वें नंबर पर था। अब स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में नगर निगम को उन शहरों की प्रतिस्पर्धा में शामिल होना होगा, जो अभी तक ऊपर के पायदान पर खड़े रहते थे और इस बार भी उनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा था।
कूड़े का पहाड़ भी खराब करता था रैंकिंग
दरअसल नगर निगम हर बार कूड़े के कुप्रबंधन के कारण स्वच्छ सर्वेक्षण की दौड़ में पीछे हो जाता था और जब सर्वेक्षण टीम मोहान शिवरी प्लांट पहुंचती थी तो उसे दूर तक कूड़े का पहाड़ ही नजर आता था और नगर निगम की रैकिंग खराब हो जाती थी। लिहाजा कूड़े के पहाड़ को खत्म करने की योजना बनाई गई और एक टीम की तरह काम किया। शासन से बजट लाने में महापौर सुषमा खर्कवाल और तत्कालीन नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने अहम भूमिका निभाई। दोनों की कड़ी मेहनत ने शिवरी प्लांट की तस्वीर बदल दी। नगर निगम ने कूड़ा प्रबंधन से बड़े क्षेत्रफल में जमीन को खाली कराया, जहां आज अटल स्मृति उपवन बनाया जा रहा है।
स्वच्छ सर्वेक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर लखनऊ की रैंकिंग 2017 में 269, 2018 में 115, 2019 में 121, 2020 में 12, 2021 में 12, 2022 में 17 और 2023 में 44 थी। 2024 में तीसरी रैंक मिली है।
केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन की मिशन निदेशक और संयुक्त सचिव रूपा मिश्रा ने इस संबंध में नगर विकास विभाग को पत्र भेज था। इस पत्र के अनुसार सर्वश्रेष्ठ तीन शहरों में स्थान प्राप्त करने पर लखनऊ को राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। विशेष श्रेणी में प्रयागराज और गोरखपुर को पुरस्कार दिया गया। प्रयागराज में इस वर्ष महाकुंभ का आयोजन हुआ था, इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने पर बेहतर सफाई व्यवस्था की गई। इसकी देश ही नहीं, दुनिया में भी सराहना हुई। इसी कारण प्रयागराज को विशेष श्रेणी का पुरस्कार दिया गया।
मुख्यमंत्री की कर्मस्थली गोरखपुर को भी इस बार स्वच्छ शहरों की श्रेणी के मिनिस्टीरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया। आगरा को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गौतमबुद्ध नगर को तीन से 10 लाख की आबादी की श्रेणी में सबसे साफ सुथरे शहर के रूप में स्थान देते हुए सम्मानित किया गया।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में अहमदाबाद को देश का सबसे स्वच्छ शहर पाया गया। भोपाल भी पिछले वर्ष के पांचवें स्थान से दूसरे स्थान पर आया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत दिए जाने वाले पुरस्कार को लेने के लिए उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा और प्रमुख सचिव अमृत अभिजात के साथ संबंधित शहरों के मेयर व नगर आयुक्त जाएंगे।
स्वच्छता में इंदौर फिर नंबर-1, लगातार आठवीं बार मारी बाजी
इंदौर ने इतिहास रचते हुए लगातार आठवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीता है। सुपर स्वच्छ लीग में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर इंदौर नगर निगम को दिल्ली में सम्मानित किया गया। पिछले साल इंदौर नगर निगम की 80 सदस्यीय टीम पुरस्कार समारोह में पहुंची थी, लेकिन इस बार टीम सिर्फ 18 सदस्यों की है।
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