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इंजीनियरिंग करके नहीं की नौकरी, रुचि को बनाया व्यवसाय और कमाए लाखों-जानिए कैसे Lucknow News

पढ़ाई के दौरान इंजीनियर अंकित कुमार ने बनाया था म्यूजिक प्लेयर एप अब तक 45 लाख डाउनलोड 70 लाख आय।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 01:48 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 03:03 PM (IST)
इंजीनियरिंग करके नहीं की नौकरी, रुचि को बनाया व्यवसाय और कमाए लाखों-जानिए कैसे Lucknow News
इंजीनियरिंग करके नहीं की नौकरी, रुचि को बनाया व्यवसाय और कमाए लाखों-जानिए कैसे Lucknow News

लखनऊ [अंकित कुमार]। शिक्षा और करियर की चूहादौड़ ही जीवन का हासिल नहीं। और न ही यह जीवन में सफलता का मानक ही है। आइये, लखनऊ निवासी युवा उद्यमी अंकित श्रीवास्तव से मिलते हैं, जिन्होंने साबित कर दिखाया कि अभिरुचि अहम है। यदि यह है और साथ में कुछ कर दिखाने का जज्बा भी है, तो सफलता तय है।

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देश में हर साल इंजीनियर्स की तैयार होती फौज के बीच अंकित श्रीवास्तव को रोजगार की चिंता कभी नहीं सताई। माता-पिता की इच्छा थी कि बीटेक करने के बाद वह मोटे पैकेज पर नौकरी करे, मगर अंकित ने अलग रास्ता चुना। स्वजनों के सामने अभिरुचि को साबित करने की जिद और कुछ कर दिखाने के जज्बे ने बीटेक के बाद नौकरी नहीं वरन स्वउद्यम का मार्ग प्रशस्त किया। पढ़ाई के दौरान बनाया गया उनका एक म्यूजिक प्लेयर एप अब तक 45 लाख डाउनलोड हासिल कर चुका है और 70 लाख की आय दे चुका है। बीटेक के बाद अब अंकित ऑनलाइन शॉपिंग में ड्रॉप शिपिंग पर काम कर रहे हैं। नौकरी नहीं, अपना उद्यम स्थापित करना उनकी प्राथमिकता है। ड्रॉप शिपिंग बिजनेस में वह बहुत कम समय में ही करीब एक करोड़ रुपये का व्यापार कर 40 लाख रुपये का मुनाफा कमा चुके हैं।

लखनऊ के इंद्रानगर निवासी अंकित के पापा मुकेश श्रीवास्तव भी पीडब्ल्यूडी में सिविल इंजीनियर हैं। वे बेटे को भी सफल इंजीनियर बनाना चाहते थे। अंकित कहते हैं, मैंने सीएमएस से हाईस्कूल करने के बाद कोटा के सेंट जॉन स्कूल से इंटरमीडिएट किया। फिर पापा की इच्छा पूरी करने के लिए जेपी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सोलन, हिमाचल प्रदेश में कंप्यूटर साइंस से बीटेक में प्रवेश ले लिया। परिवार वाले चाहते थे कि इंजीनियरिंग करने के बाद अच्छे पैकेज की नौकरी करूं, मगर मेरा मन किसी के अधीन काम करने का नहीं था। लिहाजा, अपनी अभिरुचि और इच्छा पर चलकर परिवार के सामने भी खुद को साबित करने की चुनौती भी थी। 2013 में थर्ड ईयर के दौरान म्यूजिक प्लेयर एप बनाने पर काम शुरू कर दिया, जो 2015 में पूरा हुआ। इसके लिए किसी की मदद नहीं ली। इंटरनेट और यू-ट्यूब खंगालकर जानकारी जुटाई। फेसबुक समेत अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर प्रमोशन के बाद लोगों ने इस एप (अंकित श्रीवास्तव म्यूजिक एप) को हाथोंहाथ लिया। 2016 तक इसे करीब पौने दो करोड़ लोगों ने देखा और उपयोग किया। जबकि अब तक करीब 45 लाख डाउनलोड पूरे हो चुके हैं। गूगल एड से कमाई का आंकड़ा 70 लाख तक पहुंच गया है।

म्यूजिक एप बनाने के बाद अंकित रुके नहीं। अब वे पार्टनर मोहम्मद तलहा के साथ ऑनलाइन शॉपिंग के बिजनेस में हाथ आजमा रहे हैं। फिलहाल ड्रॉप शिपिंग पर काम कर रहे हैं। इसमें बिलकुल नए तरह के प्रोडक्ट होते हैं।


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