डॉक्टर्स डे की पूर्व संध्या पर केजीएमयू को मिला तोहफा, छात्र अनन्य गुप्ता को मिली एम्स में पहली रैंक
डॉक्टर्स डे पर केजीएमयू के स्टूडेंट का तोहफा एम्स नई दिल्ली में अनन्य गुप्ता को मिली पहली रैंक।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में एमडी के छात्र डॉक्टर अनन्य गुप्ता ने डॉक्टर्स डे की पूर्व संध्या पर अपने संस्थान को एक बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने एम्स की डीएम परीक्षा में पहली रैंक पाने का गौरव हासिल किया है। इसके बाद अब उन्हें एम्स नई दिल्ली में डीएम गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रवेश मिल सकेगा।
वह सिविल हॉस्पिटल में एनेस्थीसिया के डॉक्टर एके गुप्ता और बाल महिला चिकित्सालय इंदिरानगर की अधीक्षक डॉ रश्मि गुप्ता के बेटे हैं। केजीएमयू में एमबीबीएस से एमडी(मेडिसिन)के दौरान करीब 20 गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं। इस साल एम्स की सुपर स्पेशलिटी सीटों के लिए 11 जून को हुई लिखित परीक्षा मैं पास होने वालों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। इसमें 19 लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें छह लोग चयनित हुए हैं। देर शाम जारी परीक्षा परिणाम में डॉक्टर अनंत गुप्ता को एम्स ऑल इंडिया मैं पहली रैंक मिली है। उनके साथियों व वरिष्ठों ने उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
केजीएमयू ने की अब तक एक लाख से अधिक कोरोना जांच
केजीएमयू ने कोरोना संक्रमण काल से लेकर अब तक एक लाख 14 हजार 786 जांच करने का रिकॉर्ड बनाया है। मंगलवार को केजीएमयू के कुलपति डॉ. एमएलबी भट्ट ने इस उपलब्धि के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉक्टरों व टीम की सराहना की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब लगभग सात लाख लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। जिसमें एक लाख 14 हजार से अधिक जांचें केजीएमयू में हुई हैं। इसमें 3059 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यूपी में कोरोना जांच के मामले में केजीएमयू प्रथम स्थान पर है। मौजूदा समय में 2500 से ज्यादा नमूनों की रोज जांच हो रही है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ की एडवाइजरी के अनुसार यदि 30 गुना से अधिक जांच होगी तो संसाधनों का अनावश्यक व्यय होगा। इसकी कोई जरूरत भी नहीं है।
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