UP News: दो गुणा होगी पशु चिकित्सा कॉल सेंटर्स की क्षमता, एक साथ अटेंड हो सकेंगी 12 कॉल, पशुपालकों को होगा यह फायदा
उत्तर प्रदेश सरकार पशुपालकों के लिए पशु चिकित्सालयों और सेवा केंद्रों को सुदृढ़ करने की योजना का विस्तार करेगी। कॉल सेंटरों की क्षमता को दोगुना किया जाएगा जिससे एक साथ 60 कॉल अटेंड की जा सकें। टोल-फ्री नंबर 1962 के माध्यम से आपातकालीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक कॉल सेंटर में पशु चिकित्सा अधिकारियों और कॉल एग्जीक्यूटिव की संख्या बढ़ाई जाएगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पशुपालकों के पशुओं को उपचार की सुविधा के लिए संचालित पशु चिकित्सालयों एवं पशु सेवा केंद्रों का सुदृढ़ीकरण योजना का विस्तार किया जाएगा। अब तक संचालित पांच कॉल सेंटर्स पर एक बार में 30 कॉल को अटेंड करने की सुविधा है। इसको बढ़ाकर 60 करने के लिए कॉल सेंटर्स की क्षमता दो गुणा की जाएगी।
योजना के तहत गोवंशी-महिषवंशी पशुओं को आकस्मिक चिकित्सा एवं टेलीमेडिसिन की सुविधा मुहैया कराने के लिए टोल-फ्री नंबर-1962 क्रियाशील है। प्रत्येक एक लाख पशुधन पर एक मोबाइल वेटरिनरी यूनिट के हिसाब से 520 यूनिट चलाई जा रही हैं।
वर्तमान में प्रदेश में पांच कॉल सेंटर चल रहे हैं। इनमें से प्रत्येक पर एक साथ छह कॉल ली जाती हैं।योजना में प्रत्येक सेवा प्रदाता फर्म द्वारा संचालित प्रत्येक कॉल सेंटर पर दो पशु चिकित्सा अधिकारी और छह कॉल एग्जीक्यूटिव कार्यरत हैं।
इसके चलते पशुपालकों की बहुत सी कॉल अनसुनी रह जाती है। इस समस्या के निदान के लिए ही विस्तार का निर्णय लिया गया है। इसके तहत अब हर कॉल सेंटर परचार पशु चिकित्साविद और 12 कॉल एग्जीक्यूटिव तैनात होंगे, जिससे अधिक कॉल का रिस्पांस किया जा सकेगा।
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