Etawah News दांदरपुर कांड में अखिलेश यादव पर टिप्पणी करने वाले सपा नेता पार्टी से निष्कासित
इटावा में दांदरपुर के कथावाचक मामले पर अखिलेश यादव की आलोचना करने पर सपा नेता मनीष यादव पतरे को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण यह कार्रवाई की। मनीष यादव जो पहले भाजपा में थे 2022 में सपा में शामिल हुए थे और उन्हें अखिलेश यादव ने प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बनाया था। मनीष ने निष्कासन को अनुचित बताया।

जागरण संवाददाता, इटावा। दांदरपुर में जाति छिपाने वाले कथावाचक से अभद्रता प्रकरण के बाद अखिलेश यादव पर टिप्पणी करने वाले सपा नेता मनीष यादव पतरे को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाया है।
मनीष यादव ने अखिलेश यादव पर टिप्पणी की थी कि दादरपुर कांड के कथावाचक को पार्टी कार्यालय पर बुलाकर भजन गंवाना अनुचित है। इससे पार्टी की छवि खराब होगी। सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य ने बताया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सपा राज्य कार्यकारिणी के सदस्य मनीष यादव पतरे को पार्टी से निष्कासित किया गया है।
मनीष यादव पूर्व में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे हैं और वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। उन्हें 24 सितंबर 2023 को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया था।
मनीष यादव जसवंतनगर विधानसभा सीट से शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। हाल ही में दांदरपुर कथावाचक कांड में उन्होंने अखिलेश यादव के विरुद्ध टिप्पणी की थी। माना जा रहा है कि इसी क्रम में यह अनुशासनात्मक कदम उठाया गया है।
मनीष यादव ने कहा कि जिस तरह से कथावाचकों को लखनऊ बुलाकर सम्मान दिया गया, वह मुझे अनुचित लगा। मैंने उसी संदर्भ में बयान दिया था। निष्कासन पर प्रतिक्रिया देते हुए मनीष ने कहा कि पार्टी के जिलाध्यक्ष को मुझे निकालने का अधिकार नहीं है। मैं राज्य कार्यकारिणी का सदस्य हूं।
समाजवादी पार्टी में संविधान जैसी कोई चीज नहीं है, यह एक परिवारवादी पार्टी बन चुकी है और जल्द ही समाप्तवादी पार्टी भी बन जाएगी। सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य ने कहा कि पार्टी हाईकमान के निर्देश पर उन्होंने यह कार्रवाई की है। पार्टी विरोधी गतिविधियों की जानकारी हाईकमान के पास थी। उन्होंने केवल हाईकमान के निर्देश का पालन किया है।
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