'साउंड्स ऑफ कुंभ' को 68वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम श्रेणी के लिए नामांकित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज का महाकुंभ एक वैश्विक सांस्कृतिक मील का पत्थर बना। इस आयोजन पर आधारित एल्बम "साउंड्स ऑफ कुंभ" को 68वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में 'बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम' के लिए नामांकित किया गया है। सिद्धांत भाटिया की परिकल्पना से बना यह एल्बम, जिसमें 12 ट्रैक और 50 कलाकारों का योगदान है, महाकुंभ के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सार को दर्शाता है। यह नामांकन भारत की समृद्ध विरासत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है, जो मुख्यमंत्री के सफल प्रयासों का भी प्रमाण है।

‘साउंड्स ऑफ कुंभ’ के माध्यम से वैश्विक मंच पर प्रयागराज की दमदार दस्तक
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ न केवल एक आध्यात्मिक महोत्सव के रूप में प्रतिष्ठित हुआ, बल्कि यह एक वैश्विक सांस्कृतिक मील का पत्थर भी बन गया। इसी असाधारण आयोजन को समर्पित एल्बम “साउंड्स ऑफ कुंभ” को अब 68वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में ‘बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम’ श्रेणी के लिए नामांकित किया गया है।
गायक-संगीतकार सिद्धांत भाटिया की परिकल्पना पर आधारित है एल्बम
गायक-संगीतकार सिद्धांत भाटिया की परिकल्पना पर आधारित इस एल्बम में 12 ट्रैक सम्मिलित हैं, जिन्हें भारत और विदेशों के लगभग 50 कलाकारों ने मिलकर साकार किया है। यह एल्बम जनवरी–फरवरी में आयोजित 45 दिवसीय महाकुंभ के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक भाव को संजोता है, जिसमें विश्व के कोने-कोने से करोड़ों श्रद्धालु आस्था के इस अद्वितीय संगम का हिस्सा बने।
प्राचीन मंत्रोच्चारण और बाइनॉरल बीट्स का है समायोजन
प्रयागराज के घाटों पर किए गए लाइव रिकॉर्डिंग्स को प्राचीन मंत्रोच्चारण और बाइनॉरल बीट्स के साथ संयोजित करते हुए, 'साउंड्स ऑफ कुंभ' महाकुंभ के दृश्यों और ध्वनियों को एक अनूठे श्रवण अनुभव में परिवर्तित करता है। यह एल्बम भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर सशक्त रूप से प्रस्तुत करता है। ऐसे में, यह सम्मान न केवल महाकुंभ की भव्यता और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक है, बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में की गई सुसंगठित योजना, कुशल प्रबंधन और सांस्कृतिक संरक्षण के प्रयासों का भी प्रमाण है। ‘साउंड्स ऑफ कुंभ’ के माध्यम से प्रयागराज आज श्रद्धा, संस्कृति और नवाचार का वैश्विक प्रतीक बनकर उभरा है।

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