Ram Mandir Ayodhya Update: 30 फीट गहराई तक निकाली जाएगी राममंदिर परिसर की मिट्टी
इस क्षेत्र में कई फीट नीचे तक पटान व बालू की सतह है। नींव की मजबूती व इसकी नई डिजाइन की वजह से मिट्टी हटाने का निर्णय लिया गया है। नींव कंटीन्यूअस राफ्ट स्टोन पद्धति से निर्मित होनी है।
अयोध्या, [प्रवीण तिवारी]। राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की डिजाइन तय होने के बाद अब मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू हो चुकी है। 2.7 एकड़ से 30 फीट गहराई तक मिट्टी निकाली जाएगी। इसी क्षेत्र में मुख्य मंदिर निर्मित होगा। मिट्टी निकालने का कार्य शुरू हो चुका है। कार्यदायी संस्था इसमें जुटी है। सूत्रों के अनुसार जितने क्षेत्रफल में मंदिर निर्मित होना है, उसी रेंज से मिट्टी निकाली जाएगी। यह परिक्षेत्र 57,400 वर्ग फीट है। मिट्टी निकालने के बाद नींव निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा। दरअसल, इस क्षेत्र में कई फीट नीचे तक पटान व बालू की सतह है। नींव की मजबूती व इसकी नई डिजाइन की वजह से मिट्टी हटाने का निर्णय लिया गया है।
नींव कंटीन्यूअस राफ्ट स्टोन पद्धति से निर्मित होनी है। इस शैली में एक निश्चित गहराई तक भूमि की खोदाई होगी। इसके बाद पत्थर, बालू व चूने की सतह बिछाई जाएगी। प्रत्येक स्तर को निश्चित तरीके से दबाव डाल कर स्थिरता व मजबूती प्रदान की जाएगी। इसके बाद प्लेटफार्म बना कर अपेक्षित निर्माण कार्य शुरू कर होगा। गत दिनों दिल्ली में आयोजित मंदिर निर्माण समिति के सदस्यों व वास्तुविदों की बैठक में नींव की डिजाइन पर अंतिम मुहर लगी।
इसी के बाद श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने मुख्य मंदिर के साथ ही 70 एकड़ में निर्मित होने वाले भवनों व मंदिर का ब्लूप्रिंट सार्वजनिक कर दिया। राम मंदिर निर्माण मकरसंक्रांति से शुरू होना है। यहीं पर तीन तल का भव्य राम मंदिर निर्मित किया जाएगा, जिसकी आयु हजार वर्ष की होगी। प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फीट निर्धारित है।
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