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    Smart Meters: बिजली विभाग का नया 'खेल', बिना बताए घर का मीटर हो जा रहा प्रीपेड! उपभोक्ता परेशान

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 05:22 PM (IST)

    लखनऊ में स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए एक नई समस्या बन गए हैं। बंगला बाजार में एक उपभोक्ता का पोस्ट पेड मीटर खराब होने पर उसे प्री पेड में बदल दिया गया। निलमथा में एक अन्य उपभोक्ता का मीटर समय पर बिल जमा करने के बावजूद प्री पेड कर दिया गया। उपभोक्ता अब बिजली विभाग के चक्कर काट रहे हैं।

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    बिजली मीटर के नो डिस्प्ले पर प्री पेड मीटर बढ़ा रहे दिल की धड़कन

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। बंगला बाजार में उपभोक्ता एसके शर्मा के घर में स्मार्ट पोस्ट पेड मीटर लगा था। अचानक मीटर खराब हो गया और नो डिस्प्ले आने लगा। उपभोक्ता के घर जब मीटर रीडर नहीं आया तो मीटर पर नजर दौड़ाई तो देखा कि मीटर में रीडिंग नहीं आ रही है।

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    शिकायत की तो बिजली विभाग के अभियंता ने प्री पेड मीटर लगा दिया। उन्हें कुछ दिन बाद पता चला कि यह मीटर तो प्री पेड है। अब वह परेशान हो रहे हैं और बिजली उपकेंद्र के चक्कर लगा रहे हैं कि मीटर पहले की तरह पोस्ट पेड लगा दिया जाए। फिलहाल शर्मा जी प्री पेड मीटर रिचार्ज करना सीख रहे हैं।

    केस 2- निलमथा में वाई के यादव के परिसर में स्मार्ट मीटर लगा था। वह मोबाइल पर बिल का मैसेज आते ही जमा कर देते थे। अचानक मैसेज आता है कि स्मार्ट मीटर को प्री पेड कर दिया गया है।

    उपभोक्ता अलग-अलग अभियंता को सफाई देते फिर रहा है कि वह समय से पहले बिल जमा कर देते हैं। यादव की शिकायत है कि जो बिल जमा नहीं करते, उनके मीटर प्री पेड करिए। इस पर अभियंता कहते हैं कि सभी के मीटर प्री पेड किए जाएंगे और उनकी बातों को अनसुना कर दिया जाता है।

    यह दो उदाहरण जरूर है, लेकिन राजधानी के करीब पौने पंद्रह लाख बिजली उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट मीटर एक नई समस्या बनकर उभरी है। उपभोक्ता स्मार्ट पोस्ट पेड मीटर के लिए बड़ी मुश्किल से तैयार हुए थे। अब उन्हें बिना बताए उनके मीटर प्री पेड किए जा रहे हैं।

    जानकीपुरम के डी ब्लाक में रहने वाले उपभोक्ता सीके बाजपेयी कहते हैं कि 32 सौ रुपये बकाया होने पर बिजली काट दी गई। पता चला तो आनलाइन बिल जमा किया। फिर जेई को फोन व मैसेज भेजकर बताया कि बिल जमा कर दिया। उसके बाद भी देर रात तक बिजली कनेक्ट नहीं हो सकी।

    यह समस्या स्मार्ट मीटर की सबसे बड़ी है। कनेक्शन कटने के बाद जुड़ नहीं रहा है। फिर वरिष्ठ अभियंताओं की मदद से देर रात बिजली आ सकी। वह कहते हैं कि एक निर्धारित बिल फिक्स कर दिया जाए कि इतने बकाया होने पर कनेक्शन कटेगा, क्योंकि पहले दस हजार रखा गया था।

    अब 32 सौ पर काटे दे रहे हैं। इसके बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि अगर स्मार्ट मीटर लग रहे हैं तो उसकी सुविधाएं भी अपग्रेड हो, बिजली उपकेंद्रों में बैठने वाले अभियंताओं व कर्मियों को पता हो की स्मार्ट मीटर कैसे रिचार्ज होंगे और पूछने पर दिलचस्पी लेकर बताए भी।