बहन व उसके प्रेमी की गड़ासे से हत्या करने वाले चार भाई दोषी, 19 दिसंबर को होगा सजा पर फैसला
उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में, अपनी बहन और उसके प्रेमी की गड़ासे से हत्या करने के मामले में चार भाइयों को दोषी ठहराया गया है। अदालत 19 दिसंबर को उनकी स ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। तीन वर्ष पहले झूठी शान के लिए चार भाइयों ने मिलकर गड़ासे से बहन व उसके प्रेमी की हत्या कर दी थी। इस मामले में बुधवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने चारों अभियुक्तों को दोषी करार दिया है।
सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए 19 दिसंबर की तिथि नियत की है। फैसले की जानकारी मिलते ही अभियुक्तों के स्वजन फफक पड़े।
कमालगंज क्षेत्र के गांव राजेपुर सरायमेदा निवासी महावीर ने छह नवंबर 2022 को गांव के ही सगे भाइयों रतन, लालू, नितिन उर्फ टनिया, नीटू व कुलदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें कहा गया था कि आरोपित रतन उनके घर आया और पुत्र रामकरन को बुला ले गया।
रामकरन के रतन की बहन से प्रेम संबंध थे। काफी देर तक रामकरन घर नहीं आया तो वह तलाश करते हुए आरोपितों के घर पहुंचे। घर का दरवाजा बंद था। उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी। दूसरे दिन गांव के निकट खंता नाला में आरोपितों की बहन शिवानी व रामकरन के शव मिले।
मुकदमे के विवेचक तत्कालीन निरीक्षक अमरपाल सिंह ने रतन, लालू, नितिन व नीटू के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। एक अन्य आरोपित कुलदीप को विवेचना में बाहर कर दिया।
इस मामले में सुनवाई के दौरान एडीजीसी अखिलेश कुमार, केके पांडेय व बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सत्येंद्र सिंह वर्मा ने चारों अभियुक्तों को हत्या व साक्ष्य मिटाने में दोषी करार दिया है। सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए 19 दिसंबर की तिथि नियत की गयी है।
बहन व उसके प्रेमी की गर्दन पर धारदार हथियार से किए थे वार
रामकरन व शिवानी की गर्दन पर आरोपितों ने धारदार हथियार से कई वार किए थे। इसके बाद किसी वाहन से ले जाकर दोनों के शव नाले के पास फेंक दिए थे। अभियोजन पक्ष की ओर से करीब 13 गवाह पेश किए गए। शवों को ले जाते हुए कुछ लोगों ने देखा था। इनकी गवाही को ही मूल आधार माना गया है।
अभियुक्त नीटू गड़ासा लेकर पहुंचा था थाने
नीटू ने अपने भाइयों के साथ घटना को अंजाम दिया था। नीटू पहले से ही गांव में दबंगई दिखाता था। कई बार गांव के लोगों के साथ मारपीट कर चुका था। बहन के प्रेम संबंधों की जानकारी पर उसने अपना आपा खाे दिया और दोनों की गड़ासे से हत्या कर दी। खून से सना गड़ासा लेकर थाने पहुंचा था। उसके कपड़े भी खून से सने थे। नीटू की हालत देखकर पुलिस कर्मियों में हलचल मच गई थी।
तीन भाइयों को घटना से अब तक नहीं मिली जमानत
नीटू, नितिन उर्फ टनिया व रतन घटना के बाद से अब तक जेल में हैं। जमानत लेने का प्रयास किया, लेकिन घटना की गंभीरता को देखते हुए जमानत नहीं मिली। अभियुक्त लालू को जमानत मिली थी। बुधवार को न्यायाधीश ने न्यायिक हिरासत में लालू को भी जेल भेज दिया।

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