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    SIR in UP: भारत निर्वाचन आयोग ने दिया एक और माैका, सभी मतदाता 26 तक भर दें SIR का गणना प्रपत्र

    By Dharmendra PandeyEdited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Thu, 11 Dec 2025 06:26 PM (IST)

     sir deadline extended second time :अब 26 दिसंबर तक गणना अवधि चलेगी। इस दौरान गणना प्रपत्र जमा किए जाएंगे। मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशन अब 31 दिसंबर ...और पढ़ें

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    मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) साै प्रतिशत तक पहुंच सकता है। भारत निर्वाचन आयोग ने गुरुवार काे प्रदेश में मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान को 15 दिन और बढ़ा दिया है। अब 26 दिसंबर तक गणना प्रपत्र जमा हो सकेंगे। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 28 फरवरी को होगा। पहले अंतिम तिथि चार दिसंबर थी, जिसे 11 दिसंबर किया गया था।

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    विशेष गहन पुनरीक्षण की अंतिम तिथि गुरुवार को समाप्त हो रही थी। इससे पहले भी चुनाव आयोग एक सप्ताह की समय सीमा बढ़ा चुका है। अब मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 28 फरवरी को होगा।

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मंगलवार को भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर 14 दिनों के लिए अभियान की अवधि बढ़ाने का आग्रह किया था। उनकाे भराेसा था और चुनाव आयोग ने गुरुवार को 15 दिन की समयसीमा बढ़ा दी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आयोग ने एसआइआर की घोषित तिथियों को 15 दिन बढ़ाते हुए संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है।

    उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग को यह अनुरोध इसलिए किया गया था ताकि जिलाधिकारी एक बार फिर से मृतक, स्थानांतरित, अनुपस्थित व डुप्लीकेट मतदाताओं का सत्यापन करवा सकें। प्रदेश में ऐसे 2.91 करोड़ मतदाता चिह्नित किए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या होने के कारण अब इनका गहन सत्यापन किया जाएगा। चुनाव आयोग का उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह पारदर्शी व शुद्ध बनाना है।

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आयोग ने एसआइआर की घोषित तिथियों को 15 दिन बढ़ाते हुए संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है। अब 26 दिसंबर तक गणना अवधि चलेगी। इस दौरान गणना प्रपत्र जमा किए जाएंगे। गुरुवार की शाम तक 15.44 करोड़ मतदाताओं में से 15.38 करोड़ (99.61 प्रतिशत) के गणना प्रपत्र डिजिटाइजेशन का काम पूरा हो चुका है। मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशन अब 31 दिसंबर को होगा। दावे और आपत्तियां 31 दिसंबर से 30 जनवरी तक स्वीकार की जाएंगी। इसके साथ ही नोटिस चरण में गणना प्रपत्रों पर निर्णय और दावे-आपत्तियों का निस्तारण 31 दिसंबर से 21 फरवरी तक किया जाएगा। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन अब 28 फरवरी को होगा।

     

    उन्होंने बताया कि यह अनुरोध इसलिए किया गया था ताकि जिलाधिकारी एक बार फिर से मृतक, स्थानांतरित और अनुपस्थित मतदाताओं का सत्यापन करवा सकें। चुनाव आयोग का उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध बनाना है।

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने अर्हता तिथि एक जनवरी, 2026 के आधार पर प्रदेश में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) की घोषित तिथियां को 15 दिन बढ़ाते हुए पुनः संशोधित तिथियां जारी कर दी हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि संशोधित तिथियों के अनुसार 26 दिसम्बर, 2025 तक गणना अवधि निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि निर्वाचन नामावलियों का आलेख्य प्रकाशन अब 31 दिसंबर, 2025 को होगा। दावे और आपत्तियां प्राप्त करने की अवधि 31 दिसम्बर, 2025 से 30 जनवरी, 2026 तक निर्धारित की गई है। 31 दिसंबर 2025 से 21 फरवरी 2026 तक नोटिस चरण में गणना प्रपत्रों पर निर्णय और दावों एवं आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन अब 28 फरवरी 2026 को किया जाएगा।