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    Dr. Shyama Prasad Mukherjee : जम्मू-कश्मीर का विकास डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संकल्पों की विजय : योगी आदित्यनाथ

    Updated: Sun, 06 Jul 2025 02:02 PM (IST)

    Dr. Shyama Prasad Mukherjee Birth Anniversary मुखर्जी ने खाद्य एवं उद्योग मंत्री के रूप में भारत के भीतर खाद्य की आत्मनिर्भता और देश के औद्योगिकरण की जो नींव रखी थी वह नए भारत में स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न के लक्ष्य को कैसे प्राप्त किया जा सकता है। कोविड में अस्सी करोड़ लोगों को अनाज वितरण करना उसी की एक मिसाल है।

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    जम्मू-कश्मीर का विकास डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संकल्पों की विजय : योगी आदित्यनाथ

    जागरण संवाददाता, लखनऊ : डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्क रोड पर सिविल अस्पताल में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी पावन स्मृतियों को याद किया।लखनऊ में सिविल अस्पताल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा स्थापित है।

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    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को खत्म करके डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार आज किया है। उन्होंने कश्मीर को भारत के संविधान के अनुरूप शेष भारत के साथ जोड़ने का काम किया गया है। आज जम्मू कश्मीर में हो रहा विकास डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संकल्पों की विजय है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म छह जुलाई 1901 में हुआ था। मात्र 33 वर्ष की उम्र में कोलकाता विश्वविद्यालय के सबसे युवा कुलपति के रूप में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपनी सेवाएं दी थी। वह एक प्रखर वक्ता के साथ ही महान शिक्षाविद, महान स्वतंत्रता सेनानी थे।

    पूरा जीवन राष्ट्रमाता की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। बंगाल में अकाल के दौरान उनकी सेवाओं को पूरा देश याद करता है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तत्कालीन सरकार के जम्मू कश्मीर में धारा 370 लागू करने और परमिट सिस्टम का पुरजोर विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया के भीतर नए इंवेस्टमेंट के रूप में नया डेस्टीनेशन स्थापित हुआ है। मुखर्जी ने खाद्य एवं उद्योग मंत्री के रूप में भारत के भीतर खाद्य की आत्मनिर्भता और देश के औद्योगिकरण की जो नींव रखी थी, वह नए भारत में स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है।

    उन्होंने कहा कि खाद्यान्न के लक्ष्य को कैसे प्राप्त किया जा सकता है। कोविड में अस्सी करोड़ लोगों को अनाज वितरण करना उसी की एक मिसाल है। जो आज भी पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहा है। मुख्यमंत्री ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को इसका श्रेय देते हुए कहा कि नेहरू सरकार की तुष्टिकरण नीति के विरोध में डॉ. मुखर्जी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

    डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर माल्यार्पण करने वालों में महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक पंकज सिंह, एमएलसी मुकेश शर्मा, राम चंद्र प्रधान, पूर्व राज्यसभा सदस्य बनवारी लाल कंछल, महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी सहित कई भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे।