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    पर्दाफाशः तिहाड़ जेल में बंद किलर सलीम कराने जा रहा अपनी पूर्व पत्नी की हत्या

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Tue, 10 Oct 2017 09:40 PM (IST)

    सीरियल किलर सलीम गिरोह के सात शूटर एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लखनऊ पुलिस व एसटीएफ ने हत्याकांड को अंजाम देने की एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। ...और पढ़ें

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    पर्दाफाशः तिहाड़ जेल में बंद किलर सलीम कराने जा रहा अपनी पूर्व पत्नी की हत्या

    लखनऊ (जेएनएन)। तिहाड़ जेल में बंद सीरियल किलर सलीम खान अपनी पूर्व पत्नी छावनी परिषद की उपाध्यक्ष अंजुम आरा की हत्या कराने की फिराक में है। इसके लिए सलीम और उसके भाइयों रुस्तम व सोहराब ने गहरी साजिश रची थी और गिरोह के सक्रिय सदस्य रवि गौतम को काम पूरा होने पर फ्लैट दिलाने का वादा किया था। रवि के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में छह मुकदमे दर्ज हैं। एसटीएफ व सरोजनीनगर की संयुक्त टीम ने आरोपित रवि व सलीम के बहनोई नदीम सहित गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उनसे पूछताछ में अंजुम की हत्या की साजिश सहित राजधानी में इस गिरोह द्वारा सट्टे व जुआघरों का संचालन कराए जाने सहित कई अन्य राजफाश हुए हैं। गिरोह मादक पदार्थों की सप्लाई भी करता था। एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक आरोपितों से पूछताछ में यह भी सामने आया है कि गिरोह का संचालन इन दिनों सोहराब की पत्नी शन्नो कर रही है। 

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    बरामदगी में तमंचा और मादक पदार्थ भी

    एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि संयुक्त टीम ने लखनऊ के कैंट क्षेत्र निवासी संजू कालरा, महताब, नदीम, इंदिरानगर निवासी रवि गौतम, हुसैनगंज निवासी कबीर खान, गुड्डू व अमीनाबाद निवासी राजकुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से एक किलो चरस, एक किलो गांजा, दो तमंचे, सात मोबाइल व 1700 रुपये बरामद हुए हैं। एसटीएफ के सीओ आलोक सिंह के नेतृत्व में एक टीम काफी दिनों से गिरोह के बारे में छानबीन कर रही थी। एसटीएफ के इंस्पेक्टर विनय गौतम व एसओ सरोजनीनगर धर्मेश शाही की संयुक्त टीम ने आरोपितों को पकडऩे में कामयाबी हासिल की। वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में निरुद्ध सीरियल किलर सलीम, रुस्तम व सोहराब के निशाने पर शहर के कई व्यापारी भी थे, जिनसे अवैध वसूली की जा रही थी। गिरोह के सदस्य जेल में बंद सीरियल किलर भाइयों के लगातार संपर्क में थे। पुलिस का दावा है कि आरोपितों को सरोजनीनगर के नादरगंज क्षेत्र से सोमवार देर रात मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया। मुठभेड़ के दौरान गिरोह के दो सदस्य शिब्बू व विक्की वाल्मीकि बचकर भाग निकले, जिनकी तलाश की जा रही है। 

    प्रतिमाह मिलते थे 20-20 हजार 

    इंस्पेक्टर विनय गौतम के मुताबिक पकड़े गए आरोपितों को गिरोह का मुखिया हर माह 20-20 हजार रुपये भुगतान करता था। उन्हें अवैध वसूली से हासिल रकम में कमीशन भी दिया जाता था। गिरोह हर माह करीब 10 लाख तक वसूली कर रहा था। आरोपित कैंट, हुसैनगंज, अमीनाबाद, चौक, सआदतगंज व अन्य इलाकों में सट्टे व जुआ का संचालन कराते थे। इसके अलावा मादक पदार्थों की बिक्री भी करवाते थे। 

    अमीनाबाद का एक व्यापारी भी था निशाने पर 

    अमीनाबाद क्षेत्र की एक पुरानी संपत्ति को लेकर भी विवाद चल रहा है। सलीम गिरोह ने अमीनाबाद के एक व्यापारी की हत्या की भी सुपारी ली थी। आरोपित रवि गौतम ही सलीम गैंग को शूटर मुहैया कराता था। पुलिस गिरोह से जुड़े शूटरों की भी तलाश कर रही है। 

    राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते रुस्तम कराना चाहता है हत्या : अंजुम आरा 

    छावनी परिषद की उपाध्यक्ष अंजुम आरा का कहना है कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते पूर्व देवर रुस्तम उनकी हत्या कराना चाहता है। रुस्तम की पत्नी रुखसार खान भी छावनी परिषद सदस्य का चुनाव लड़ी थीं, जो हार गई थीं। रुस्तम अपनी पत्नी को चुनाव जिताने व कैंट बोर्ड में पदाधिकारी बनवाने की महत्वाकांक्षा में षड्यंत्र कर रहा है। उन्होंने तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी से मिलकर अपनी व परिवार की सुरक्षा की मांग की थी। पुलिस ने उनकी सुरक्षा में एक गनर लगा रखा है। अंजुम का जून 2016 में पति सलीम खान से तलाक हो गया था। बाद में सलीम ने दूसरी शादी कर ली थी। अंजुम ने पूर्व पति सलीम से रिश्तों को लेकर कुछ बोलने से साफ इन्कार कर दिया। अंजुम की एक बेटी है, जो एलएलबी की छात्रा है। 

     

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