UP News: घुसपैठियों के गिरोह से जुड़े दो संदिग्धों की तलाश, PAK से बढ़े तनाव के बाद तेज की गई छानबीन
पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बाद घुसपैठियों की छानबीन तेज कर दी गई है। घुसपैठियों के गिरोह से जुड़े दो संदिग्धों की तलाश की जा रही है जो फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए पहचान पत्र बनवाने में मदद करते थे। विदेशी फंडिंग को हवाला के ज़रिए पहुंचाने वालों पर भी नज़र रखी जा रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बाद आंतरिक सुरक्षा को लेकर हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। बांग्लादेशी व रोहिंग्या की घुसपैठ कराने वाले सिंडीकेट की भी नए सिरे से छानबीन चल रही है। सिंडीकेट से जुड़े दो संदिग्ध युवकों की तलाश तेज की गई है। दाेनों की घुसपैठियों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पहचान पत्र उपलब्ध कराने में सक्रिय भूमिका रही है। घुसपैठियों की मदद के लिए विदेशी फंडिंग की रकम को हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाने वाले नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है।
प्रदेश में पहचान बदलकर रह रहे बांग्लादेशी व रोहिंग्या को हवाला के जरिए फंडिंग होती रही है। एटीएस ने बंगाल के रास्ते बांग्लादेशियों व रोहिंग्या की घुसपैठ कराने वाले सिंडीकेट के एक दर्जन से अधिक सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
आरोपितों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर फिर से छानबीन तेज की गई है। गिरोह के तार देवबंद (सहारनपुर) से लेकर अलीगढ़, कानपुर, उन्नाव, सिद्धार्थनगर, मेरठ समेत अन्य जिलों से जुड़े पाए गए थे। गिरोह के सरगना अबू सालेह मंडल के दिल्ली में संचालित एनजीओ से जुड़ी रही कुछ अन्य संस्थाओं की भी छानबीन की जा रही है। इस नेटवर्क की पड़ताल में घुसपैठियों की फर्जी दस्तावेजों के जरिए पहचान बदलने तथा उन्हें भारतीय पासपोर्ट तक उपलब्ध कराने वालों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। घुसपैठियों में आइएसआइ व आतंकी संगठनों के एजेंट भी शामिल हैं।

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