Sanjeev Jeeva Murder: कुख्यात संजीव की पत्नी पायल ने 2 साल पहले जताई थी हत्या की आशंका, CJI को लिखा था पत्र
लखनऊ वकील के ड्रेस में आए बदमाशों ने कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की लखनऊ सिविल कोर्ट के परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी। वर्ष 2021 में जीवा की पत्नी पायल ने चीफ जस्टिस आफ इंडिया को पत्र लिखकर जीवा जान को खतरा बताया था।

जागरण संवाददाता, लखनऊ : वकील के ड्रेस में आए बदमाशों ने पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की बुधवार को लखनऊ सिविल कोर्ट के परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने कोर्ट के गेट पर ही संजीव पर अंधाधुंध फायारिंग की। हमले में एक बच्ची व एक पुलिस के जवान को भी गोली लगी है। दोनों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहले भी रिपोर्टर बनकर आए बदमाशों ने की थी अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या
इससे पहले प्रयागराज में रिपोर्टर बनकर आए बदमाशों ने बाहुबली अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पुलिस की नाकामी पर सवाल भी खड़े हुए थे। अब प्रदेश की राजधानी में इतनी बड़ी वारदात के बाद पुलिस पर सवालिया निशान है।
अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा के बाद जेल में था जीवा
जीवा पर वर्ष 2017 में कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी हत्याकांड में भी आरोप लगे थे। अदालत ने इस मामले में जांच के बाद जीवा समेत चार आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। तब से जीवा लखनऊ की जेल में बंद था। वर्ष 2021 में जीवा की पत्नी पायल ने चीफ जस्टिस आफ इंडिया को पत्र लिखकर कहा था कि उसकी (जीवा) जान को खतरा है।
28 साल पहले अपराध की दुनिया में आया था जीवा
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा वर्ष 1995 से संगीन घटनाओं को अंजाम देता रहा है। संजीव जीवा इंटरस्टेट गैंग का लीडर था। उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, अपहरण, गैंगस्टर जैसी संगीन धाराओं में दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। कोलकाता के एक व्यापारी के बेटे का अपहरण कर दो करोड़ की फिरौती मांगने से लेकर पूर्वांचल के विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी और कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी नाम आ चुका है।
लखनऊ जेल में उम्रकैद काट रहा था कुख्यात अपराधी
मुजफ्फरनगर का रहने वाला संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा लखनऊ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था। जीवा को वर्ष 1997 में हुए भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में उम्रकैद हुई थी। साथ ही कृष्णानंद राय हत्याकांड का भी आरोप लगा था लेकिन इस मामले में जीवा बरी हो चुका था। जीवा पर जेल से ही गैंग संचालित करने और अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का भी आरोप था। बीते कुछ वर्षों से जीवा पत्नी को सियासत में जमाने के प्रयास में जुटा था। जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी ने रालोद की सदस्यता ग्रहण कर साल 2017 में सदर सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।

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