यूपी में गंभीर कुपोषण के खिलाफ 'संभव 5.0' अभियान लॉन्च, बच्चों और माताओं पर रहेगा खास फोकस
लखनऊ में संभव 5.0 अभियान शुरू किया गया जिसका उद्देश्य गंभीर कुपोषण को जड़ से उखाड़ फेंकना है। मंत्री बेबी रानी मौर्य ने बच्चों गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं की निगरानी पर जोर दिया। इस अभियान में कुपोषित बच्चों की पहचान और उनके इलाज पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। संभव 4.0 के बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। गंभीर कुपोषण के उन्मूलन के लिए विशेष अभियान संभव 5.0 का महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को शुभांरभ किया। मंत्री ने कहा कि बच्चों, गर्भवतियों और धात्री माताओं की सतत निगरानी, रियल टाइम डाटा कैप्चरिंग और मजबूत विभागीय समन्वय से ही इस अभियान को सफलता मिल सकती है।
संभव अभियान की शुरुआत वर्ष 2021 में हुई थी। सोमवार को रेनेसा होटल में आयोजित समारोह में इसके पांचवें संस्करण की शुरुआत हुई। अभियान का उद्देश्य गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान एवं समुचित उपचार सुनिश्चित करना है।
इसमें जुलाई से सितंबर 2025 तक तक प्रत्येक माह को एक समर्पित थीम दी गई है। जुलाई में मातृ पोषण, अगस्त में छह माह तक के शिशुओं पर विशेष ध्यान और सितंबर में ऊपरी आहार एवं पोषण माह, थीम के तहत कार्य होगा।
समारोह में संभव 4.0 में बेहतर कार्य करने वाले जिलों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले जिलों में श्रावस्ती, वाराणउसी, उन्नपाव, फर्रुखाबाद और चंदौली शामिल थे।
वहीं प्रशस्ति पत्र पाने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में श्रावस्ती की पानकली, वाराणसी की सरिता देवी, उन्नाव में सजनी अवस्थी, फर्रुखाबाद की चंद्रमुखी और चंदौली की सुजाता कुशवाह शामिल रहीं। कार्यक्रम में अशोका विश्वविद्यालय एवं यूपीटीएसयू द्वारा विकसित पूरक आहार व वृद्धि निगरानी पर आधारित शैक्षिक वीडियो तथा यूनिसेफ द्वारा तैयार की गई 12-पृष्ठीय उपयोगी पुस्तिका का लोकार्पण भी किया गया।
इस दौरान राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ल, प्रमुख सचिव महिला कल्याण लीना जौहरी, सचिव बी. चंद्रकला, यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के सीएफओ जकारी एडम, परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डा. दिनेश कुमार, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशक सरनीत कौर ब्रोका उपस्थित थे।
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