Rural Tourism : ग्रामीण पर्यटन कॉन्क्लेव में विशेषज्ञों ने बताए ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के मंत्र
Inter State Rural Tourism Conclave in Lucknow उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कॉन्क्लेव में कहा कि उत्तर प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस कॉन्क्लेव के माध्यम से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : योगी आदित्यनाथ सरकार ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास कर रही है। सरकार ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में गुरुवार को ग्रामीण पर्यटन कॉन्क्लेव का आयोजन किया।
कॉन्क्लेव में ग्रामीण पर्यटन की संभावनाओं, चुनौतियों और विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा करने के साथ उसको लागू करने पर मंथन किया गया। उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने इस कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस कॉन्क्लेव के माध्यम से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है।
46 प्रतिशत लोग छोड़ चुके हैं गांवः तावरे
भारत में कृषि व ग्रामीण पर्यटन को नई दिशा देने वाले महाराष्ट्र के पांडुरंग तावरे ने कहा है कि ग्रामीण पर्यटन को अपनाकर किसान अपनी आय का स्रोत बढ़ा सकते हैं। भारत में 46 प्रतिशत लोग अब गांव छोड़ चुके हैं। उनकी अगली पीढ़ी को गांव की संस्कृति के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इसलिए इन लोगों को ग्रामीण पर्यटन के जरिए गांव की तरफ दोबारा आकर्षित किया जा सकता है। इसके लिए किसानों को जागरूक होना पड़ेगा और क्लस्टर बनाकर पूरे गांव को ग्रामीण पर्यटन के लिए तैयार करना होगा। उन्होंने ग्रामीण पर्यटन को लेकर अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा की आज उनके 600 किस जुड़ चुके हैं। पिछले वर्ष उनके गांव के किसानों को 60 करोड रुपए का लाभ ग्रामीण पर्यटन से हुआ था। गांव में आने वाला पर्यटक गांव में तैयार होने वाले उत्पादों को भी खरीदेगा, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह
12 राज्यों में 117 झीलों का निर्माण
लेक मैन के नाम से प्रसिद्ध बेंगलुरु के मैकेनिकल इंजीनियर आनंद मल्लिगावाद ने सम्मेलन में बताया कि वह 12 राज्यों में 117 झीलों का निर्माण कर चुके हैं। इसमें लखनऊ के बटलर पैलेस और अयोध्या की झील भी शामिल है। पांच लाख रुपये की नौकरी छोड़कर उन्होंने सबसे पहले बेंगलुरु की एक झील का जीर्णोद्धार किया था। इसके बाद शुरू हुआ उनका जनांदोलन आज तक जारी है। उन्होंने ग्रामीणों को अपने गांव के तालाबों को संवारने का तरीका भी बताया।
ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा
- प्रदेश सरकार ने ग्रामीण पर्यटन के लिए 234 गांवों का चयन किया है
- इनको सब्सिडी व अन्य सहायता देकर वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
एग्री टूरिज्म
- पर्यटन विभाग फार्म स्टे, होम स्टे और ग्रामीण अनुभव यात्राओं को प्रोत्साहित कर रहा है।
- देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को ग्रामीण जीवनशैली, खेती-बाड़ी और जैविक कृषि से जोड़ने का प्रयास।
निवेश और रोजगार
- कॉन्क्लेव में निवेश, नवाचार और नई उड़ान की शुरुआत पर चर्चा।
- ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने का प्रयास।
ग्रामीण पर्यटन कॉन्क्लेव में भारत में कृषि पर्यटन को नई दिशा देने वाले महाराष्ट्र के पांडुरंग तावरे, लोक भारती के राष्ट्रीय समन्वयक कृष्णा चौधरी, लेक मैन आनंद मल्लिगावाद, विलेज वेज से जुड़ीं मनीषा पांडे, पदमश्री राम सरन वर्मा, डा.बीके द्विवेदी लिविंग ग्रीन फार्म के संचालक तनमय किशोर अग्रवाल व निवेश सारथी के महाप्रबंधक पंकज अरोड़ा सहित अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
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