यूपी में शराब से रिकॉर्ड तोड़ कमाई, 2025-26 के लिए भी सरकार का पूरा प्लान तैयार
उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में शराब से 52297.08 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। अवैध शराब पर कार्रवाई के तहत 112279 मुकदमे दर्ज हुए 24049 तस्कर गिरफ्तार हुए और 203 वाहन जब्त किए गए। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि नए वित्तीय वर्ष में 63000 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है। नकली शराब पर नियंत्रण के लिए डिजिटल लॉक जैसी तकनीकें अपनाई गई हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आबकारी विभाग को बीते वित्तीय वर्ष 2024-25 में शराब से 52,297.08 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। प्रदेश में अवैध शराब की तस्करी को रोकने के लिए 1,12,279 मुकदमे दर्ज किए गए और 24,049 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से 5,557 तस्करों को जेल भेजा गया, जबकि अवैध शराब की आपूूर्ति को लेकर 203 वाहनों को जब्त किया गया है।
आबकारी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने बताया कि विभाग ने पिछले वित्तीय वर्ष में अभी तक का सबसे अधिक राजस्व एकत्र किया है। चालू वित्तीय वर्ष में सरकार ने विभाग को 63,000 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र करने का लक्ष्य दिया है। नई आबकारी नीति से आसानी के साथ यह लक्ष्य भी पूरा कर लिया जाएगा।
2023-24 में कितना था राजस्व?
उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में विभाग ने 45,570.47 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया था। विभाग ने वर्ष 2023-24 की तुलना में बीते वर्ष 6726.61 करोड़ रुपये का अधिक राजस्व एकत्र किया। वहीं वर्ष 2022-23 में आबकारी विभाग ने 41,252.24 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया था।
उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग ने नकली शराब के उत्पादन पर लगभग पूरी तरह से रोक लगा दी है। बीते वर्ष विभाग ने 7.04 लाख लीटर अवैध शराब बरामद की है। वहीं शराब व स्प्रिट के टैंकरों में डिजिटल लाक लगाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही सभी डिस्टलरी में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। शराब की अपूर्ति करने वाले वाहनों में जीपीएस लगवाया गया है।
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