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    अंसल ही नहीं 14 रियल एस्टेट कंपनियां वित्तीय संकट में, घर खरीदार दावे कहां करें दर्ज?

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 09:34 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश की 14 रियल एस्टेट कंपनियों के 129 प्रोजेक्ट्स वित्तीय संकट के चलते एनसीएलटी में हैं, जिनमें अंसल इंफ्रास्ट्रक्चर के 97 प्रोजेक्ट शामिल है ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, लखनऊ। अंसल प्रापर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ही नहीं प्रदेश की 14 रियल एस्टेट कंपनियां वित्तीय संकट से जूझ रही हैं। महज दो साल में ही इन कंपनियों के 129 प्रोजेक्ट्स को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने कारपोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया (सीआइआरपी) के तहत स्वीकार किया है, इनमें सबसे अधिक 97 प्रोजेक्ट अंसल इंफ्रास्ट्रक्चर के हैं।

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    उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने घर खरीदारों से अनुरोध किया है कि वे यूपी रेरा आने के बजाए आइआरपी के यहां अपने दावे दाखिल करें। एनसीएलटी की प्रक्रिया शुरू होने के बाद रेरा किसी शिकायत, सुनवाई या प्रवर्तन आदेश लागू नहीं कर सकता।

    राजधानी में 25 फरवरी को अंसल इंफ्रास्ट्रक्चर के दिवालिया घोषित होने से सबसे अधिक चर्चा में यही समूह है, जबकि जनवरी 2024 से अब तक 14 रियल एस्टेट कंपनियों के 129 प्रोजेक्ट्स को एनसीएलटी द्वारा सीआइआरपी में स्वीकार किया गया है। रेरा की ओर से कहा गया है कि घर के खरीदार अपने दावे केवल संबंधित इनसाल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोफेशनल्स आइआरपी के माध्यम से ही दाखिल करें, जिन्हें हर प्रोजेक्ट के लिए नियुक्त किया गया है।

    दैनिक जागरण ने भी अंसल के प्रकरण में यूपी रेरा व एलडीए आदि की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए थे। इधर यूपी रेरा में खरीदारों की शिकायतें तेजी से बढ़ी हैं। ऐसे में रेरा ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रोजेक्ट के सीआइआरपी में प्रवेश करते ही दिवालिया व शोधन अक्षमता संहिता (आइबीसी) की धारा 14 के तहत मोरटोरियम लागू हो जाता है। इससे सभी कानूनी, नियामकीय और रिकवरी से जुड़ी कार्यवाही स्थगित हो जाती हैं, खरीदारों के सभी अधिकार व शिकायतें अब आइबीसी नियमों के तहत संबंधित आइआरपी के सामने रखी जानी चाहिए।

    घर खरीदार आइआरपी के पास करें दावा दाखिल
    यूपी रेरा ने सभी प्रभावित घर खरीदारों से अनुरोध किया है कि वे तुरंत अपने दावे निर्धारित दावा प्रपत्रों जैसे फार्म सीए या अन्य लागू फार्म के माध्यम से आइआरपी के पास जमा करें। ये प्रपत्र आइबीबीआइ और एनसीएलटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार उपलब्ध हैं।

    सभी आइआरपी से नियमित संपर्क में रहें, ताकि सीआइआरपी की प्रगति, ऋणदाता समिति की बैठकों व अन्य जारी निर्देशों की जानकारी समय पर मिल सके। यूपी रेरा ने कहा कि सभी 129 प्रभावित प्रोजेक्ट्स की सूची प्राधिकरण की वेबसाइट up-rera.in पर उपलब्ध है। यह भी अपील किया है कि वे समय पर अपने दावे आइआरपी के पास दर्ज कराते हुए अपनी वित्तीय हितों की सुरक्षा करें।

    सीआइआरपी के तहत शामिल कंपनियां और उनके आइआरपी

    क्र.सं. कंपनी का नाम प्रोजेक्ट्स की संख्या आईआरपी का नाम ई-मेल आईडी
    1 अजनारा रियलटेक लिमिटेड 5 अमरपाल
    2 सुपरटेक टाउनशिप प्रोजेक्ट लिमिटेड 4 उमेश सिंघल
    3 किंडले इंफ्रा हाइट्स प्राइवेट लिमिटेड 1 हेमंत सेठी
    4 बीसीसी इंफ्रास्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड 3 हरीश तनेजा
    5 मोरफेस प्रो डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड 1 शैलेंद्र सिंह
    6 Mist Direct Sales Private Limited 3 नरेंद्र शर्मा
    7 रुद्र बुल्डवेल कंस्ट्रक्शंस प्राइवेट लिमिटेड 1 मोहित गोयल
    8 एटीएस हाईट्स प्राइवेट लिमिटेड 1 गौरव कटियार
    9 नोबिलिटी इस्टेट्स प्राइवेट लिमिटेड 2 हितेश गोयल
    10 वर्धमान इंफ्राडेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड 1 संजीत शर्मा
    11 निखिल होम्स एसोसिएट्स 1 प्रमोद शर्मा
    12 महागुन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड 5 मनोज अग्रवाल
    13 सुपरटेक रियाल्टार प्राइवेट लिमिटेड 4 अंजू अग्रवाल
    14 अंसल प्रापर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड 97 नवनीत गुप्ता
    कुल प्रोजेक्ट्स 130 कुल कंपनियाँ: 14