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    Ramayan Mela Ayodhya: अयोध्या में चार दिवसीय रामायण मेला 27 से, सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया पोस्टर का लोकार्पण

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Sun, 13 Nov 2022 03:40 PM (IST)

    41st Ayodhya Ramayan Mela रामायण मेला में इस वर्ष देश के प्रमुख स्थानों से विद्वान संतों को आमंत्रित किया गया है। जो राम कथा के विविध पहलुओं पर स्तरी ...और पढ़ें

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    41st Ayodhya Ramayan Mela : सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया पोस्टर का लोकार्पण

    लखनऊ, जेएनएन। 41st Ayodhya Ramayan Mela : रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में दीपोत्सव (Deeptsav 2022) की तरह ही 41वां रामायण मेला की भव्य तरीके से मनाने की तैयारी की जा रही है। अयोध्या में 41वां रामायण मेला 27 से 30 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।

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    अयोध्या में रामायण मेला करीब दो वर्ष बाद काफी धूमधाम से आयोजित कराने की तैयारी की जा रही है। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अयोध्या में परंपरागत तरीके से होने वाले 41 वें रामायण मेले के द्वितीय दिवस के कार्यक्रम पोस्टर (आवरण छवि) का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर सम्पन्न इस कार्यक्रम में रामायण मेला समिति के सदस्य भी थे।

    रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष कुमार मिश्र ने बताया कि आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिस पोस्टर का लोकार्पण किया है, उसमें रामायण मेला में होने वाले द्वितीय दिवस के कार्यक्रम के क्रम में राम बारात आगमन, पांव पूजन की रस्म, चारों भाइयों का अग्नि का फेरा और सभी वर वधु का ऋषियों से आशीर्वाद प्राप्त करने की लीला को दर्शाया गया है। इस आवरण छवि को उकेरने का कार्य वैष्णवी गुप्ता एवं प्रिया गुप्ता ने किया। उन्होंने बताया कि आवरण छवि में भारतीय लोक कला पर आधारित अवध की लोककला को प्रदर्शित किया गया है। इससे पहले कल पहला पोस्टर श्री राम जन्मभूमि के गर्भगृह से लोकार्पित किया गया था।

    रामनगरी अयोध्या में चार दिवसीय 41वां रामायण मेला 27 से शुरू हो कर 30 नवंबर तक चलेगा। इस वर्ष इसको और भव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ को मेला के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। रामायण मेला समिति के पदाधिकारियों में किए गए परिवर्तन के साथ नए सिरे से रामायण मेला के बेहतरीन आयोजन की पहल शुरू की गई है।

    रामायण मेला में इस वर्ष देश के प्रमुख स्थानों से विद्वान संतों को आमंत्रित किया गया है। जो राम कथा के विविध पहलुओं पर स्तरीय प्रवचन करेंगे। अयोध्या में दीपोत्सव, फिल्मी कलाकारों की रामलीला, अनवरत रामलीला व अन्य कार्यक्रमों के साथ राम विवाह के अवसर पर वर्षों से आयोजित हो रहा रामायण मेला भी आकर्षक का केंद्र बने, इसके लिए काफी तैयारी की गई है।

    पूर्व सीएम श्रीपति मिश्र ने 1982 में शुरू किया था रामायण मेला

    अयोध्या में रामायण मेला की शुरुआत 1982 में यूपी के तत्कालीन सीएम स्वर्गीय श्रीपति मिश्र ने की थी। उन्होंने उद्घाटन सत्र में ही राम की पैड़ी प्राजेक्ट की घोषणा की। पहले रामायण मेला में लगातार चार दिन मंत्रियों ने अलग-अलग विकास योजनाओं का ऐलान किया जो इस समय की विकास योजनाओं में प्रमुख हैं। रामायण मेला में ही परिक्रमा मार्ग को पक्का करवाने, सरयू तट का नया घाट से लेकर गुप्तारघाट तक विस्तार व सांस्कृतिक विकास के लिए राम कथा पार्क के निर्माण की घोषणा कर उन पर काम शुरू किया गया था। 1980 के दशक में रामायण मेला का आकर्षण चरम पर रहा। इसी मेला में श्रीलंका, कोरिया, मलेशिया सहित कई देशों की रामलीला का मंचन किया गया जो विशेष आकर्षण का केन्द्र रहीं।