आंधी और बारिश आम के लिए वरदान, खेत तैयार करें किसान
यूपी में आंधी और पानी से खराब हुई कई फसलें आम के लिए मुफीद साबित हो रही है बारिश।
लखनऊ, जेएनएन। तेज हवाओं से भले ही अमिया गिर गई हो, लेकिन बारिश आम के लिए वरदान बनकर आई है। बारिश से जहां मिठास बढ़ेगी तो दूसरी ओर बाग की सिंचाई भी बागवानों को नहीं करनी पड़ेगी। इससे इतर जो नकदी फसल जैसे तोरई, खीरा, कद्दू, खरबूजा और फूलों को बारिश से नुकसान हुआ है।
माल, मलिहाबाद काकोरी व बख्शी का तालाब में आम के साथ साथ नकदी फसल भी किसान बोते हैं। उप कृषि निदेशक डॉ.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि नकदी फसल वाले किसानों काे बारिश से नुकसान हुआ है। खेतो में पानी भर जाने से नकदी फसलों की बेल के सड़ने की संभावना बढ़ गई है। गेहूं की फसल की कटाई मड़ाई पूरी हो गई है। ऐसे में बारिश होने से खाली खेतों में नमी बढ़ गई है। किसान हरी खाद के लिए ढैंचे की बुआई कर सकते हैं। वही जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया किबारिश होने से आम की फसल को फायदा हुआ है। रोग की संभावना कम होगी। उन्होंने बताया कि काला दाग और आम का फटना जारी है, ऐसे में बागवान छह से आठ ग्राम बोरेक्स को एक लीटर पानी में घोलकर पेड़ पर छिड़काव करें।
इसके अलावा फल मक्खी को रोकने के लिए मिथाइल यूजीनॉल का प्रयोग बागवान करके आम की फसल को बचा सकते हैं। चोट खाया आम कुछ दिन में काला नजर आएगा।इसके लिए वह अल्फा एनएनए की दो मीली मात्रा पांच लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करने से आम पेड़ से नहीं गिरेगा। वहीं जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा ने बताया कि सभी सहकारी बीज समितियों को धान का बीज उपलब्ध करा दिया गया है। किसान भाई इस बारिश का फायदा उठाकर धान की नर्सरी के लिए खेतोें को तैयार करने में जुट जाएं। 15 मई से धान की नर्सरी का अनुकूल समय शुरू होगा। सभी ब्लॉकों में 411 क्वींटल धान की बीज उपलब्ध करा दिया गया है।