यूपी में चक्रवात 'मोंथा' का असर शुरू, 50 से ज्यादा जिलों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट
दीपावली के बाद इस बार ठंड का आगमन नहीं हुआ है। गोरखपुर में सुबह से बारिश हो रही है, और लखनऊ समेत कई जिलों में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में हल्की वर्षा का अनुमान जताया है, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। चक्रवात 'मोंथा' का भी असर दिखने की संभावना है, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश में तापमान कम हो सकता है। बारिश से फसलों को नुकसान हो सकता है।
-1761618063799.webp)
जागरण संवाददाता, लखनऊ। दीपावली के बाद हल्की ठंड दस्तक देती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। आज गोरखपुर में सुबह 5:00 से तेज झमाझम बारिश हो रही है। सोमवार को भी प्रदेश के ज्यादातर जिलों में दिनभर बादल छाए रहे।
बांदा समेत कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। राजधानी में भी बादलों की आवाजाही के बीच बूंदाबांदी हुई, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली। लखनऊ में अधिकतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 28 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, लेकिन रात के तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से उमस ने परेशान किया।
मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के 50 से अधिक जिलों में मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को हल्की वर्षा के पूर्वानुमान हैं। अगले दो-तीन दिन अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हो सकती है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि अगले दो-तीन दिन कई जिलों में हल्की बरसात के आसार बन रहे है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि धूप नहीं निकलने से ठंड बढ़ जाएगी। बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में गिरावट होगी, लेकिन ठंड के लिए अभी कुछ दिन और इंतजार करना होगा। मौसम के इस बदलाव को सर्दी की शुरुआत नहीं माना जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार से चक्रवात तूफान मोंथा का असर दिखेगा।
खासकर, पूर्वी यूपी से इसकी शुरुआत होगी और लखनऊ व आसपास के जिलों में इसकी वजह से तापमान में कमी देखी जा सकती है। लखनऊ में अगले तीन दिनों तक धूप निकलने की संभावना कम है। यही हाल पूर्वी यूपी के कई इलाकों में रहेगा। हालांकि, इस दौरान पश्चिमी जिलों में मौसम साफ रहेगा।
मौसम विभाग का कहना है कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर बने अवदाब से उत्तर-पूर्वी अरब सागर एवं दक्षिण गुजरात होते हुए पश्चिमी मध्य प्रदेश तक फैली द्रोणी (ट्रफ लाइन) के कारण मंगलवार को प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम एवं पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती तूफान मोंथा उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए और प्रबल होकर गंभीर चक्रवात का रूप ले सकता है।
जिन जिलों में अधिक वर्षा हुई है वहां अगेती फसल को नुकसान होगा। फसल गिरने से दाने कमजोर हो जाएंगे। दलहन में पिछड़ी प्रजाति की फसल पर भी असर पड़ सकता है।
-तेग बहादुर सिंह, जिला कृषि अधिकारी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।