' मैंने कभी भी भारतीय सैनिकों को...', राहुल गांधी के खिलाफ अर्जी डालने वाले हैं बीआरओ के पूर्व निदेशक ने क्या कहा?
लखनऊ के उदय शंकर श्रीवास्तव ने राहुल गांधी के सैनिकों पर अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। एक पूर्व सैन्य अधिकारी के रूप में श्रीवास्तव ने कहा कि गांधी का बयान भारतीय सैनिकों के सम्मान को ठेस पहुंचाता है क्योंकि उन्होंने कभी भी भारतीय सैनिकों को चीनी सैनिकों से पिटते हुए नहीं देखा।

जागरण संवाददाता, लखनऊ : राहुल गांधी भारतीय सैनिकों के प्रति अपमानजनक टिप्पणी के मामले में सुप्रीम कोर्ट में घिर गए हैं, नेता प्रतिपक्ष के बयान को लखनऊ निवासी पूर्व सैन्य अधिकारी उदय शंकर श्रीवास्तव ने लखनऊ कोर्ट में चुनौती देकर मानहानि की अर्जी दी है।
उदय लंबे समय तक चीन सीमा पर तैनात रहे हैं। बार्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के पूर्व निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि पूरा मामला भारतीय सैनिकों के सम्मान से जुड़ा है।
मैंने कभी भारतीय सैनिकों को चीनी सैनिकों से पीटते नहीं देखा: उदय
ओमैक्स रेजीडेंसी टू के निवासी उदय का कहना है कि मैंने 25 वर्ष की तैनाती के दौरान कभी भी भारतीय सैनिकों को चीनी सैनिकों के हाथों पिटते नहीं देखा है। मेरी समाज में बहुत प्रतिष्ठा है।
कांग्रेस के नेता के बयान के बाद कुछ लोग मुझे भी हेय दृष्टि से देखने लगे, उनका कहना था कि भारतीय सैनिक तो चीन के सैनिकों के हाथों पिट जाते हैं। यह मेरी मानहानि है। उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व आइजी अरुण कुमार गुप्ता, समाजसेवी शिशिरवीर प्रसाद और एमए खान ने लोगों की ऐसी टिप्पणियां सुनी हैं। तीनों ही लोगों ने कोर्ट में गवाही भी दी है।
उदय कहते हैं कि एक जनप्रतिनिधि के रूप में राहुल का सम्मान है, लेकिन उनका बयान हकीकत से बहुत दूर और सैनिकों-पूर्व सैनिकों की मानहानि वाला है। लाखों भारतीय सैनिक जानना चाहते हैं कि राहुल गांधी ने वर्ष 2008 में चीन के साथ क्या समझौता किया था? अगर समझौते का मसौदा नहीं बता सकते हैं तो उस समझौते में ऐसा क्या है जो भारतीय नागरिकों को बताया नहीं जा सकता।
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