उत्तर प्रदेश में किसानों की बल्ले-बल्ले! रबी सीजन में सरकार करेगी ये काम, होगा बड़ा फायदा
उत्तर प्रदेश में खरीफ के बाद रबी सीजन में भी विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जाएगा। वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को नई तकनीक और बेहतर उत्पादन की जानकारी दी जाएगी। पिछली बार 23.30 लाख किसान जुड़े थे इस बार कृषि विभाग और ज्यादा किसानों को जोड़ने की तैयारी में है। प्राकृतिक खेती और रासायनिक खाद के संतुलित उपयोग पर भी जोर दिया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। खरीफ सीजन के बाद अब रबी सीजन में भी विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जाएगा। गांव-गांव आयोजन तक लैब टू लैंड के नारे को साकार करने की कोशिश होगी। वैज्ञानिकों द्वारा किसानों के पास जाकर नई तकनीक और बेहतर उत्पादन के उपायों की जानकारी दी जाएगी।
खरीफ में चले अभियान में उत्तर प्रदेश में 23.30 लाख किसानों को अभियान से जोड़ा गया था। इस बार कृषि विभाग इससे आगे निकलने की रूपरेखा बना रहा है।
भारत सरकार ने खरीफ सीजन में 29 मई से 12 जून तक यह अभियान चलाया गया था। इसमें कृषि, उद्यान और संबंधित विभागों के अधिकारी, अनुसंधान संस्थानों और कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों ने किसानों के बीच जाकर कृषि की उन्नत पद्धतियों, नवीनतम प्रजातियों और योजनाओं आदि की जानकारी दी थी।
अभियान में उत्तर प्रदेश ने बेहतर प्रदर्शन किया था। कृषि विभाग ने 14,170 गांवों में आयोजन किए थे और इनमें 23.30 लाख किसान शामिल हुए थे। अब रबी सीजन में तीन से 18 अक्टूबर तक अभियान चलाया जाना है और विभाग पिछले अभियान से अधिक संख्या में किसानों को जोड़ना चाहता है।
पिछली बार हर जिले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, सिंचाई, सहकारिता आदि संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों और कृषि वैज्ञानिकों की तीन-तीन टीमें बनाई गईं थी। इन टीमों को प्रतिदिन तीन-तीन आयोजन का लक्ष्य दिया गया था।
इस बार भी इसी तरह से रूपरेखा बनाई जा रही है और टीमों की संख्या बढ़ाने पर विचार हो रहा है। विभाग अभियान में प्राकृतिक खेती, नई प्रजातियों, ड्रोन आदि नई तकनीक की जानकारी तो देगा ही, साथ में रासायनिक खाद के संतुलित उपयोग समझाने पर भी जोर देगा। अभियान के दौरान विभिन्न फसलों के बीज की मिनी वितरण की भी योजना बनाई जा रही है।
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