क्या यूपी में प्लास्टिक होने वाला है बैन? पर्यटन विभाग इन मेलों के आयोजन की कर रहा तैयारी
उत्तर प्रदेश का पर्यटन विभाग राज्य में प्लास्टिक मुक्त पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय हो गया है। प्रमुख पर्यटन स्थलों पर प्लास्टिक मुक्त मेलों का आयोजन किया जाएगा जिसके लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। विंध्याचल धाम में सफल प्रयोग के बाद प्लास्टिक मैनेजमेंट यूनिट स्थापित करने की योजना है जिसका उद्देश्य प्लास्टिक को पुनर्चक्रित करना है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पर्यटन विभाग ने राज्य में प्लास्टिक मुक्त पर्यटन को बढ़ावा देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों पर प्लास्टिक मुक्त मेलों का आयोजन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में हर वर्ष 50 से अधिक प्रमुख मेलों का आयोजन विभिन्न पर्यटन स्थलों के पास किया जाता है।
पर्यटन विभाग इन मेलों में आने वाले लोगों को प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से जागरूक करेगा। साथ ही सफाई साथी अभियान के तहत पर्यटन व मेला स्थल को प्लास्टिक मुक्त किया जाएगा।
नवरात्र में विन्ध्याचल धाम में लगने वाले मेले में पर्यटन विभाग ने जिला प्रशासन के सहयोग से प्लास्टिक मुक्त मेले का अभियान चलाया था। नवरात्र में विन्ध्याचल धाम में 50 लाख से अधिक लोगों ने शिरकत की थी। मेला स्थल को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए 680 सफाईकर्मी और 15 ई-रिक्शा तैनात किए गए थे।
इनकी मदद से पिछली बार की तुलना में इस बार भी मेले के भव्य व प्लास्टिक मुक्त आयोजन से पर्यटन विभाग उत्साहित है। नतीजतन विभाग ने एेसे पर्यटन स्थलों पर जिला प्रशासन के सहयोग से प्लास्टिक मैनेजमेंट यूनिट स्थापित कराने का निर्णय लिया है, जहां पर ज्यादा भीड़ होती है और मेलों का भी आयोजन किया जाता है।
प्लास्टिक मैनेजमेंट यूनिट की लागत करीब 32 लाख रुपये है। इस यूनिट के जरिए मशीनों द्वारा प्लास्टिक को गलाकर उसके दाने बनाए जाएंगे। इन दानों को औद्योगिक इकाईयों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए नगरीय निकायों की भी मदद ली जाएगी।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि राज्य में लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। पर्यटन विभाग जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। इसलिए सभी पर्यटन स्थलों को प्लास्टिक मुक्त करने की कार्ययोजना पर काम किया जा रहा है।
राज्य में लगने वाले प्रमुख मेले
उत्तर प्रदेश में श्री सरयू जयंती महोत्सव, आम महोत्सव, चुनार महोत्सव, कौशांबी महोत्सव, बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव, महापर्यूषण महोत्सव, मां शीतला महोत्सव, लखनऊ महोत्सव, मुरादाबाद महोत्सव, फिरोजाबाद महोत्सव, हाथरस महोत्सव, बरेली महोत्सव, संभल महोत्सव, भरतगढ़ महोत्सव, भदोही महोत्सव, अवध फेस्टिवल, कपिलवस्तु महोत्सव, आगरा महोत्सव, गोरखपुर महोत्सव, सहारनपुर महोत्सव, श्री दाउजी महाराज मेला, बलिया महोत्सव, महादेवा महोत्सव, झांसी महोत्सव, बदायूं महोत्सव, चित्रकूट महोत्सव, कालिंजर महोत्सव, भरतकुंड महोत्सव, देवरिया महोत्सव, आजमगढ़ महोत्सव, रामपुर महोत्सव, बहराइच महोत्सव, गंगा महोत्सव, प्रतापगढ़ महोत्सव, बस्ती महोत्सव, अमरोहा महोत्सव, बांदा महोत्सव, जौनपुर महोत्सव, रामायण मेला, पिंडरा महोत्सव सहित अन्य महोत्सव शामिल हैं।
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