पीपीएस अफसर राजेश सिंह का निधन, साल भर से एएसपी UP STF के पद पर थे तैनात
PPS Officer Died उत्तर प्रदेश की प्रांतीय पुलिस सेवा के 2000 बैच के अधिकारी राजेश सिंह लखनऊ में एएसी उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स में तैनात थे। अमेठी में गौरीगंज के निवासी एडिशनल एसपी राजेश सिंह का ब्रेन हेमरेज के कारण लखनऊ में उनका निधन हो गया।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ में बतौर एडीशल एसपी तैनात रहे राजेश कुमार सिंह का रविवार को निधन हो गया। पीपीएस अफसर एसोसिएशन के सचिव राजेश सिंह ने ब्रेन हेमरेज के कारण दम तोड़ा। उनके निधन से उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारी स्तबध हैं।
उत्तर प्रदेश की प्रांतीय पुलिस सेवा के 2000 बैच के अधिकारी राजेश सिंह लखनऊ में एएसी उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स में तैनात थे। अमेठी में गौरीगंज के निवासी एडिशनल एसपी राजेश कुमार सिंह का ब्रेन हेमरेज के कारण लखनऊ में उनका निधन हो गया। लखनऊ में राजेश सिंह की तबीयत शनिवार देर रात अचानक बिगड़ गयी। जिसमें उनके नाक से खून आया। इसके बाद प्राइवेट अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी की मौत हो गयी। लखनऊ के एक अस्पताल ने उनको मृत घोषित कर दिया। होली के दो दिन पहले अचानक हुई इस घटना से घरवाले बेसुध हैं। इसके साथ ही अधिकारियों तथा कर्मियों के बीच बेहद लोकप्रिय राजेश सिंह मौत से पुलिस विभाग में भी शोक की लहर दौड़ गयी है।
अमेठी के गौरीगंज निवासी 47 वर्षीय राजेश सिंह का चयन वर्ष 2000 में बतौर डिप्टी एसपी के पद पर हुआ था। राजेश कुमार सिंह सीओ के पद पर चयनित होने के बाद बतौर सीओ लखनऊ, बिजनौर, बहराइच, बाराबंकी, शामली और मुज्जफरनगर में भी तैनात रहे। वह 2013 में एडिशनल एसपी पद पर प्रोन्नत हो गए। लम्बे समय तक एडीजी लॉ के स्टाफ अफसर के पद पर तैनात रहे। इसके बाद पीएसी में एडीजी के स्टाफ अफसर रहे। वर्तमान में राजेश सिंह यूपी एसटीएफ में बतौर एडिशनल एसपी तैनात थे। राजेश कुमार सिंह ने एसटीएफ में रहते हुए शराब के बड़े सिंडिकेट को फैजाबाद में पकड़ा था। यूपीएसटीएफ के बीते महीने पीएफआई के आपरेशन को राजेश सिंह ने ही लीड किया था। वर्तमान में राजेश सिंह यूपी पीपीएस एसोसिएशन के महासचिव थे।
साधारण परिवार में जन्में मेधावी राजेश सिंह ने प्रयागराज में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से स्नातक तथा फिलॉसफी में परास्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की। वह सिविल सर्विस की तैयारी के दौरान एमपी पीसीएस में बतौर एक्साइज इंस्पेक्टर चयनित हो गए। उसके बाद उत्तर प्रदेश में बतौर जेलर भी तैनात हुए थे।
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