वर्टिकल व्यवस्था में पदों को खत्म करने का आरोप, पावर आफिसर एसोसिएशन ने मैनेजमेंट के खिलाफ उठाई आवाज
पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन ने प्रबंधन पर वर्टिकल व्यवस्था में पदों को खत्म करने का आरोप लगाया है। एसोसिएशन ने इस फैसले का विरोध करते हुए कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने की मांग की है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पावर आफिसर एसोसिएशन ने वर्टिकल व्यवस्था लागू करने में पूर्व में सृजित पदों को कम किए जाने का आरोप लगाए हुए नाराजगी जताई है। कहा है कि लखनऊ लेसा में पहले कुल स्वीकृत पद 3174 थे जिसे वर्टिकल व्यवस्था में घटाकर 873 कर दिया गया है।
पावर कारपोरेशन प्रबंधन से सवाल किया है कि 2301 पदों के आरक्षण का क्या होगा, क्या यह आरक्षण पर कुठाराघात नहीं है। वहीं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने वर्टिकल व्यवस्था के नाम पर पदों को समाप्त किए जाने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया।
वर्टिकल व्यवस्था आरक्षण पर कुठाराघात
एसोसिएशन के अध्यक्ष आरपी केन, कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा तथा उपाध्यक्ष पीएम प्रभाकर ने कहा है कि कारपोरेशन स्पष्ट करे कि वर्टिकल व्यवस्था लागू करने से पूर्व स्वीकृत पदों का समायोजन किस बिजली कंपनी में किया गया है। यदि समायोजन नहीं किया गया है तो वर्टिकल व्यवस्था आरक्षण पर सीधा कुठाराघात है।
दूसरी तरफ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने निजीकरण और लखनऊ लेसा में वर्टिकल व्यवस्था के नाम पर हजारों पदों को समाप्त किए जाने का आरोप लगाया है। इसके विरोध में शुक्रवार को पावर कारपोरेशन मुख्यालय शक्ति भवन सहित सभी जिलों में बिजली कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया। चेतावनी दी है कि यदि नई व्यवस्था के कारण लखनऊ में बिजली आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त होती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।

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