UPPCL News: बिजली विभाग में सख्ती, पुरानी सामग्री का होगा ऑडिट, क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर पर स्पष्टीकरण तलब
पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष ने विद्युत वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुरानी सामग्री के प्रबंधन पर सख्ती दिखाई है। उन्होंने पुरानी सामग्री का आडिट कराने और गड़बड़ी पाए जाने पर वसूली करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही लंबित आवेदनों को समय से निपटाने और कर्मियों को प्रशिक्षण देने पर जोर दिया है। ट्रांसफार्मर क्षति में कमी न आने पर अभियंताओं से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। विद्युत वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बिजनेस प्लान के तहत चल रहे ढांचागत विकास कार्य में निकलने वाली पुरानी सामग्री को जमा न करने पर कार्रवाई होगी। पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डा. आशीष गोयल ने चेतावनी देते हुए कहा कि निष्प्रयोज्य पुरानी सामग्री को विभागीय भंडार गृहों में वापस जमा कराएं।
इसका आडिट भी कराया जाए और जहां सामग्री मानक के अनुरूप वापस नहीं हुई हाे, वहां जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई के साथ वसूली भी की जाए। सुधार कार्यों में विद्युत सामग्री बदल कर नई लगाई जाती है, पुरानी सामग्री का अनुचित लाभ लिए जाने पर रोक लगाने के लिए यह निर्देश दिए गए हैं।
सोमवार को शक्ति भवन में हुई बैठक में अध्यक्ष ने कहा कि सभी कामों में गुणवत्ता और समय सीमा का ध्यान रखा जाए। प्रदेश में किसानों को नलकूप कनेक्शन आसानी से प्राप्त हों, इसके लिए भंडार गृहों का प्रबंधन ठीक रहे।
झटपट एवं निवेश मित्र पोर्टल की समीक्षा के बाद कहा कि कोई आवेदन लंबित न रहे और सभी को निर्धारित समय में संयोजन दिए जाएं। उन्होंने गुणवत्ता की निगरानी को थर्ड पार्टी निरीक्षण के लिए प्रशिक्षण भी शुरू कराने के निर्देश दिए।
कहा कि विभागीय कार्मिकों और ठेकेदारों की क्षमता और योग्यता के विकास के लिए प्रशिक्षण के लिए सुनियोजित व्यवस्था बनाई जाए। ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता की समीक्षा में कहा कि जिन क्षेत्रों में क्षतिग्रस्तता में कमी नहीं आई है, वहां के अधीक्षण अभियंताओं को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा जाए।
निर्देश दिए कि बिजनेस प्लान के तहत नोएडा व कानपुर में हो रहे भूमिगत कार्यों का थर्ड पार्टी निरीक्षण कराएं। बैठक में प्रबंध निदेशक पंकज कुमार आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
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