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    UPPCL: कागजों पर ही बिजली की शिकायतों का निस्तारण करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, कारपोरेशन ने की सख्ती

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 09:55 AM (IST)

    पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बिजली कर्मचारियों द्वारा उपभोक्ताओं की शिकायतों को बिना निस्तारण के बंद करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने बिजली चोरी रोकने लाइन हानियां कम करने और बिल वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए। 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक अनुरक्षण माह मनाया जाएगा। स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाने और सुरक्षा उपकरणों के अनिवार्य उपयोग पर भी जोर दिया गया।

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    कागजों पर ही बिजली की शिकायतों का निस्तारण करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बिजली कर्मचारियों ने 1912 पर आने वाली कई उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी शिकायतों को हल किए बिना ही कागजों पर निस्तारित कर दी हैं।

    पावर कारपोरेशन की जांच में इन कर्मचारियों का कारनामा उजागर होने के बाद अध्यक्ष डा. आशीष गोयल ने आरोपित कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

    साथ ही सभी अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं कि वह बिजली विभाग में अपने स्तर से किए गए नवाचार व सफलता की कहानी उन्हें भेजें।

    मंगलवार को शक्ति भवन में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम के आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने मुख्य अभियंताओं को बिजली चोरी रोकने, लाइन हानियां कम करने और बिल वसूलने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

    अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि जो क्षेत्र बिल वसूलने में पीछे है तथा लाइन हानि को कम नहीं कर पा रहे हैं उन क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में अनुरक्षण माह मनाया जाएगा।

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    इसलिए इस दौरान सभी आवश्यक अनुरक्षण के कार्य करा लिए जाए। अध्यक्ष ने कहा कि स्मार्ट मीटर के साथ ही चेक मीटर भी लगाकर उसके नतीजे उपभोक्ताओं को दिखाएं, जिससे उन्हें भरोसा हो सके कि स्मार्ट मीटर सही रीडिंग दे रहे हैं।

    उन्होंने यह निर्देश भी दिए हैं कि सुरक्षा उपकरण पहने बिना अनुरक्षण के कार्य कराने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए संबंधित अवर अभियंता, सहायक अभियंता और अधिशाषी अभियंता को जिम्मेदार माना जाएगा।

    उन्होंने यह भी कहा कि सभी कार्यालयों में बायोमीट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही वेतन दिया जाए। उन्होंने प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी के मुख्य अभियंता को स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।