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Polytechnic Semester Exam : सुरक्षा इंतजामों के बीच शुरू हुई पॉलीटेक्निक की सेमेस्टर परीक्षाएं, बढ़ी भीड़ तो तार-तार हुई व्यवस्था,

Polytechnic Semester Exam पहली पाली सुबह नौ और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से। सैनिटाइजेशन व थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश। लखनऊ में सात समेत प्रदेश के 185 केंद्रों पर 75 हजार विद्यार्थी हुए शामिल। मुख्य परीक्षाएं आठ अक्टूबर तक चलेंगी।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 08:17 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 01:46 PM (IST)
Polytechnic Semester Exam : सुरक्षा इंतजामों के बीच शुरू हुई पॉलीटेक्निक की सेमेस्टर परीक्षाएं, बढ़ी भीड़ तो तार-तार हुई व्यवस्था,
Polytechnic Semester Exam : लखनऊ में सात समेत प्रदेश के 185 केंद्रों पर 75 हजार विद्यार्थी हुए शामिल।

लखनऊ, जेएनएन। Polytechnic Semester Exam : कोरोना संक्रमण काल के बीच सुरक्षा इंतजामों के साथ पॉलीटेक्निक की सेमेस्टर परीक्षाएं शुक्रवार से शुरू हुईं। परीक्षार्थी समय से एक घंटे पहले ही र्निधारित केंद्रों पर मास्क लगाए पहुंचे। थर्मल स्कैनिंग व सैनिटाइजेशन के बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश मिला। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए गोले में अभ्यर्थी खड़े दिखाई दिए। वहीं, कुछ सेंटरों पर एक झुंड में अभ्यर्थी अंदर जाते दिखाई दिए। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई है। पहली पाली सुबह नौ और दूसरी पाली की परीक्षा का समय दोपहर दो बजे से है। राजधानी के पांच और दो निजी केंद्रों समेत प्रदेश में 185 केंद्रों पर एक साथ शुरू हुईं परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिए कक्षाओं में क्लोज सर्किट कैमरे लगाए गए थे। केंद्र के प्रभारी व प्रधानाचार्य के साथ ही प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव आरके सिंह भी मुख्यालय पर बैठकर ऑनलाइन निगरानी कर रहे थे। दो पालियों में शुरू हुई परीक्षा के दौरान कोई नकलची नहीं पकड़ा गया। बता दें, मुख्य परीक्षाएं आठ अक्टूबर तक चलेंगी। 

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केंद्रों तक पहुंचा ऑनलाइन प्रश्नपत्र

सुरक्षा के चलते परिषद की ओर  से पहली बार ऑनलाइन प्रश्नपत्र भेजने की व्यवस्था की गई थी। पहली पाली सुबह नौ बजे और दूसरी पाली दोपहर दो बजे से आधे घंटे पूर्व ही पेपर भेज दिया गया। केंद्रों पर पेपर का प्रिंट निकालने के बाद परीक्षार्थियों को बांटा गया। एक पन्ने में समाहित पेपर का प्रिंट निकालेन में कोई दिक्कत न हो इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञ भी केंद्रों पर मौजूद रहे। प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव आर के सिंह ने बताया कि अंतिम वर्ष की परीक्षा में लगभग 75000 विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। सूबे में 185 परीक्षा केंद्रों में 63 निजी पॉलिटेक्निक में बनाए गए हैं। मुख्य परीक्षाएं 30 सितंबर तक चलेंगी। बैक पेपर और विशेष बैंक पेपर परीक्षाएं 12 अक्टूबर तक होंगी। 20 केंद्रों पर पास के संस्थानों से प्रश्नपत्र भेजे गए। तकनीकी खामियों से ऐसा किया गया।

कोरोना जांच रिपोर्ट के साथ आए विद्यार्थी

कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए विद्यार्थियों से कोरेाना की जांच रिपोर्ट भी मांगी गई। हालांकि, पहले से जानकारी होने की वजह से विद्यार्थी प्रमाण पत्र के साथ आए। लक्षण न होन की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें प्रवेश दिया गया। सचिव ने बताया कि केवल लक्षण की पड़ताल के लिए ऐसा किया गया है। अंतिम सेमेस्टर, वार्षिक परीक्षाएं (अंतिम वर्ष), बैक पेपर और विशेष बैक पेपर के जो विद्यार्थी कोरोना पॉजिटिव हैं। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, उनकी बाद में परीक्षा कराई जाएगी।

पॉलीटेक्निक में बढ़ी भीड़ तो तार-तार हुई व्यवस्था, कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन के नीचे तक लगी लाइन

सात महीने बाद पहली बार पॉलीटेक्निक संस्थान खुले तो दूसरी ओर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं होने से विद्यार्थियों की भीड़ भी रही जिससे शारीरिक दूरी के इंतजाम धरे रह गए। कृष्णानगर के लखनऊ पॉलीटेक्निक में गोले के अंदर प्रवेश की व्यवस्था की गई थी। बावजूद इसके गेट के बाहर कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन के नीचे तक परीक्षार्थियों की लाइन लगी रही। परीक्षा के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य था तो दूसरी ओर प्रभारी बी घोष स्वयं कक्षाओं की निगरानी करते नजर आए। यहां मैकेनिकल, सिविल के साथ ही फार्मेसी के 691 परीक्षार्थी शामिल हुए। फैजाबाद रोड के राजकीय पॉलीटेक्नक में भीड़ बढ़ने से सुरक्षा व्यवस्था धरी रह गई। हीवेट पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य डॉ.यूसी वाजपेयी ने बताया कि 465 के मुकाबले 455 परीक्षार्थी शामिल हुए। यहां भी परीक्षार्थियों की सुरक्षा को लेकर काफी मशक्त करनी पड़ी। मोहान रोड स्थित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पॉलीटेक्निक में पुख्ता सुरक्षा इंतजामों के साथ परीक्षार्थियों को अंदर जाने दिया गया। प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव ने बताया कि 296 परीक्षार्थी शामिल हुए। राजकीय महिला पॉलीटेक्निक में भी सुरक्षा इंतजामों के साथ परीक्षा कराई गई। परीक्षा छूटने के दौरान भी शारीरिक दूरी की धज्जियां भी उड़ती नजर आईं।

परीक्षार्थी बोले- परीक्षा के बहाने दोस्तों से मिला मिलने का मौका

सात महीने बाद परीक्षा के बहाने आने का मौका मिला तो परीक्षार्थी भी काफी खुश नजर आए। परीक्षा देने आईं महिमा ने बताया कि काेरोना संक्रमण के बहाने तैयारी का समय मिल गया। सुरक्षा इंतजाम के साथ परीक्षा देने आए कृष्णा गुप्ता ने बताया कि मैकेनिकल का पेपर सरल था जो पढ़ा वही आया। तैयारी भी बढ़िया थी। अनिकेत ने बताया कि सात महीने इंतजार के बाद परीक्षा देने का मौका मिला तो दोस्तों से मिले तो पुरानी यादें ताजा हो गईं। ज्योति वर्मा का कहना है कि परीक्षा के साथ दोस्तों से मिलने का इंतजार था। सेहेलियों से फाेन पर बात करते थे, लेकिन फेस टू फेस मिलने का मौका मिला।


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