Police Commissioner System: दोगुना होगा पुलिस बल, जाम मुक्त होंगे 40 चौराहे: पुलिस कमिश्नर
कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद दैनिक जागरण से खास बातचीत में पुलिस कमिश्नर ने प्रत्येक मुद्दे पर अपनी राय और रणनीति बताई।
लखनऊ, जेएनएन। कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है। शासन स्तर से हर छोटी बड़ी घटनाओं व परिवर्तन पर नजर रखी जा रही है। राजधानी में कानून व्यवस्था, अपराध और ट्रैफिक में सुधार पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के लिए चुनौती है। दैनिक जागरण से खास बातचीत में पुलिस कमिश्नर ने प्रत्येक मुद्दे पर अपनी राय और रणनीति बताई। उन्होंने ट्रैफिक में सुधार पर जोर देते हुए कहा कि एक माह के भीतर पुलिस बल दोगुना होगा और 40 चौराहों को पूर्ण रूप से जाम मुक्त किया जाएगा।
साइबर अपराध के बढ़ते मामलों पर पुलिस कमिश्नर गंभीर दिखे। बोले, साइबर सेल को तीन यूनिट में बांटा जा रहा है। अलग-अलग टीमें इस पर काम करेंगे। इकोनॉमिक और ट्रेडिशनल साइबर क्राइम पर फोकस किया जा रहा है। साइबर सेल में स्टाफ की बढ़ोतरी की जा रही है। एडीसीपी रैंक के अधिकारी को इसका पर्यवेक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। सेल में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पुलिसकर्मी हैकिंग से बचाव, साइबर ठगी पर नकेल कसने और फॉरेंसिक की विभिन्न बारीकियों का प्रशिक्षण देंगे।
वैज्ञानिक साक्ष्यों के जरिए दिलाएंगे न्याय : महिला अपराध पर नियंत्रण पुलिस कमिश्नर की प्राथमिकता में शामिल है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि महिला अपराध पर रोकथाम के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। मैं खुद इनपर नजर रख रहा हूं। थाने स्तर से लेकर ज्वॉइंट पुलिस कमिश्नर तक इसकी निगरानी कर रहे हैं। अपराधियों को गिरफ्तार कर वैज्ञानिक साक्ष्यों जैसे डीएनए सैंपल के जरिए बदमाशों को सजा दिलवाएंगे। पीड़ित परिवार से पुलिस के हर अधिकारी समन्वय स्थापित करेंगे और उन्हें हर हाल में दिलाया जाएगा।
अच्छे काम से बनेगी पुलिस की छवि : पुलिस बेहतर काम कर रही है। आम लोगों में अच्छी छवि बनाने के लिए और अच्छा काम करना होगा। पुलिस मानवीय, सहयोगी, इमानदार और लोगों की मित्र बनेगी। प्रोफेशनल पुलिसिंग के जरिए त्वरित जनसुनवाई होगी और लोगों को हरसंभव मदद मिलेगी।
सात दिन, 49 बैठकें
कमिश्नरी प्रणाली के कामकाज के सात दिन पूरे हो गए। इन सात दिनों में 49 बैठकें हो चुकी हैं। रविवार को भी कमिश्नर काम पर रहे। बैठकों में तमाम फैसले बेहतर पुलिसिंग के लिए हुए हैं।
महिलाओं व बुजुर्गो को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाएगी पुलिस
महिलाओं और बुजुर्गो को अब सुरक्षित उनके गंतव्य तक पुलिस पहुंचाएगी। बस उन्हें 112 डायल करना होगा। अगर उन्हें नंबर डायल करने में असुविधा हो रही है तो वह आसपास के लोगों से कॉल करा सकते हैं। 24 घंटे के लिए शुरुआती दौर में पुलिस की 20 गाड़ियां लगेंगी।
140 चौराहे पर 170 बाइक
प्रमुख 140 चौराहों पर 170 रेसिंग बाइक के साथ 24 घंटे पुलिस तैनाती का दावा है।
कैमरों का होगा और विस्तार
सभी प्रमुख चौराहों और सड़कों पर पर सीसी कैमरे लगाए जाएंगे, जहां पहले से नहीं होंगे।
कायम रहेगा पुलिस बल का मनोबल
अक्सर अवकाश को लेकर पुलिसकर्मियों की शिकायतें सामने आती हैं। लंबे समय से पुलिस को साप्ताहिक अवकाश देने की योजना धरातल पर लाने की बात भी चल रही है। हालांकि अभी तक यह योजना लागू नहीं हो सकी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय से जब इस मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट किया। बोले, लखनऊ को पुलिस बल मिलने वाला है। पुलिसकर्मियों का मनोबल हर हाल में कायम रहेगा। सभी को उनकी आवश्यक्ता के हिसाब से छुट्टियां दी जाएंगी।
तीन माह में खत्म होंगी 40 फीसद लंबित विवेचनाएं
लंबित विवेचनाओं के निस्तारण पर पुलिस कमिश्नर ने बेबाकी से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि तकनीकी समस्याओं के कारण विवेचनाओं के निस्तारण में समस्या आ रही है। तीन माह के भीतर 40 फीसद लंबित विवेचनाओं का निस्तारण कराया जाएगा। इस बाबत मातहतों को दिशानिर्देश दिए गए हैं।
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