आज यूपी में पड़ेगी 60 हजार करोड़ रुपए निवेश की फुहार, पीएम मोदी रखेंगे नींव
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक निवेश की 81 परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। ...और पढ़ें

लखनऊ (जेएनएन)। बारिश के इस मौसम में रविवार को प्रदेश में निवेश की भी फुहार पड़ेगी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक निवेश की 81 परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इन परियोजनाओं के मूर्त रूप लेने पर सूबे के दो लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। यूपी इन्वेस्टर्स समिट और उसके बाद भी प्रदेश में निवेश के लिए हुए 4.68 लाख करोड़ रुपये के समझौतों (एमओयू) को जमीन पर उतारने की श्रृंखला में यह पहला शिलान्यास समारोह (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी) है जिसे पांच महीने की मशक्कत के बाद योगी सरकार भव्य रूप से आयोजित करने के लिए कमर कसे हुए है।
शिलान्यास समारोह को भव्यता देने की तैयारी
समारोह को भव्यता देने के मकसद से शिलान्यास के लिए 260 डिग्री घुमाव वाली डिजिटल एलईडी वॉल (स्क्रीन) लगाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे ही फाइबर वॉल पर ईंट रखेंगे, निवेश परियोजनाओं का ब्योरा एलईडी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
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दिग्गज उद्योगपति बढ़ाएंगे रंगत
कई दिग्गज उद्योगपति शिलान्यास समारोह की रंगत बढ़ाएंगे। इनमें अडानी समूह के गौतम अडानी, आदित्य विक्रम बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, आइटीसी के चेयरमैन संजीव पुरी, एमएससी हेल्थकेयर के संस्थापक डॉ.बीआर शेट्टी, एस्सेल समूह के अध्यक्ष सुभाष चंद्रा, टोरेंट समूह के चेयरमैन सुधीर मेहता शामिल हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी और टाटा घराने के रतन टाटा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों की वजह से शिलान्यास समारोह में शिरकत नहीं कर पाएंगे।
केंद्रीय मंत्री भी जुटेंगे
शिलान्यास समारोह की विशिष्टता को केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों की मौजूदगी भी बढ़ाएगी। इनमें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री पीयूष गोयल शामिल होंगे।
ब्रांडिंग पर जोर
योगी सरकार के लिए बेहद प्रतिष्ठापरक इस आयोजन की ब्रांडिंग की भी तैयारी है। समारोह में जुटने वाले उद्यमियों को उप्र में आर्थिक संभावनाओं पर आधारित लघु फिल्म दिखाई जाएगी। वहीं शिलान्यास समारोह का प्रदेश के सभी जिलों में प्रसारण होगा।
जिला उद्योग बंधु की विशेष बैठक
जिलों में शिलान्यास समारोह की ब्रांडिंग के लिए रविवार को छुट्टी के दिन भी जिला उद्योग बंधु की विशेष बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बैठक में स्थानीय उद्यमी, जिले के प्रभारी मंत्री व क्षेत्रीय सांसद शिलान्यास समारोह का सजीव प्रसारण देखेंगे।
24 जिलों में स्थापित होंगी परियोजनाएं
जिन निवेश परियोजनाओं की रविवार को नींव रखी जाएगी वे प्रदेश के 24 जिलों में स्थापित होंगी। इनमें से 53 फीसद नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद समेत पश्चिमी उप्र में स्थापित होंगी। वहीं, मध्य उप्र से जुड़ी 21 प्रतिशत और पूर्वांचल से वास्ता रखने वाली 23 फीसद परियोजनाएं हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र से जुड़ी सिर्फ तीन फीसद परियोजनाएं हैं।
निवेश की बुनियाद पर सियासी सपनों की इमारत
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह आयोजन मोदी और योगी सरकारों के लिए काफी अहम है। पिछली सरकारों तक निवेश के लिए तरसते रहे उप्र में 60 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं को जमीन पर उतारने का यह कार्यक्रम अभूतपूर्व तो होगा ही, भाजपा के लिए यह निवेश की बुनियाद पर सियासी सपनों की इमारत खड़ी करने का अवसर भी मुहैया कराएगा। यूपी इनवेस्टर्स समिट के पांच महीने के अंतराल पर निवेश प्रस्तावों की पहली खेप को धरातल पर उतार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो कहा, सो किया वाले अंदाज में हुंकार भरेंगे। वहीं, कार्यक्रम के मंच से यह संदेश देने की भी कोशिश होगी कि केंद्र की सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास की जो बयार बहाई है, उसे राज्य सरकर ने और रफ्तार दी है।
1000 करोड़ से अधिक निवेश वाली कंपनियां
कंपनियां निवेश
रिलायंस 10000
वल्र्ड ट्रेड सेंटर 10000
टेगना इलेक्ट्रानिक्स 5000
इंफोसिस 5000
बीएसएनएल 5000
वन 97 कम्युनिकेशन 3500
एसेल ग्रुप 3000
अडानी 2600
टाटा संस 2300
कनोडिया 1160

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