अगली बार बहुत से यूपी के किसानों को नहीं मिलेगा सम्मान निधि का लाभ, 11 महीने में सिर्फ 57% की हुई फार्मर रजिस्ट्री
उत्तर प्रदेश में पीएम किसान सम्मान निधि पाने के लिए 2.88 करोड़ किसानों की रजिस्ट्री का लक्ष्य है, जिसमें से अभी तक 57.47 प्रतिशत किसानों का पंजीकरण हुआ है। सरकार ने अप्रैल 2026 से इसे अनिवार्य कर दिया है। कम पंजीकरण वाले जिलों को गति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। सम्मान निधि के पात्रों का सत्यापन भी चल रहा है, और हाल ही में 2.15 करोड़ किसानों को 21वीं किस्त का लाभ मिला।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के बहुत से किसानों के अगले वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित रह जाने की आंशका खड़ी हो गई है। अगले वित्तीय वर्ष से सम्मान निधि का लाभ उन्हीं किसानों को मिलना है, जिनकी फार्मर रजिस्ट्री तैयार हो चुकी होगी, परंतु इसके लिए चल रहा अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है।
11 माह में 57.47 प्रतिशत किसानों का ही पंजीकरण हुआ है। इसके चलते अधिकारियों को इसकी गति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और हर रोज जिलों की प्रगति का आंकड़ा देखा जा रहा है।
राज्य में सम्मान निधि के लाभार्थी के तौर पर कुल 2,88,70,495 किसान दर्ज हैं। भारत सरकार ने पिछले वर्ष इन सभी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के निर्देश दिए हैं और अप्रैल 2026 से इसे सम्मान निधि वितरण के लिए अनिवार्य करने की बात कही गई है।
इसके तहत पिछले साल 18 दिसंबर को फार्मर रजिस्ट्री बनाने का अभियान शुरू किया था। तब से लगातार इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। फिलहाल 16 सिंतबर से विशेष अभियान चल रहा है और गुरुवार तक 1,65,91,927 किसानों का पंजीकरण फार्मर रजिस्ट्री के लिए हुआ है।
यह लक्ष्य का 57.67 प्रतिशत है। इनमें से 1,55,45,259 की आइडी एप्रूव हो चुकी है। अब समय से सभी किसानों की रजिस्ट्री तैयार कराने के लिए कम प्रगति वाले जिलों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। मुख्य सचिव एसपी गोयल ने इसके लिए शिविर लगाने और किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही प्रतिदिन के आंकड़े के आधार पर कृषि विभाग की ओर से अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं। गुरुवार को प्रतिदिन पंजीकरण के मामले में गौतमबुद्धनगर, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़ सबसे पीछे थे। वहीं प्रतापगढ़, फिरोजाबाद, खीरी, हरदोई, उन्नाव आदि जिले आगे थे।
पात्रों का अलग से चल रहा पात्रता का सत्यापन
फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया के अलावा किसान सम्मान निधि के पात्रों के सत्यापन का काम अलग से जिला स्तर पर भी चल रहा है। इसके चलते ही बुधवार को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी की तो प्रदेश के 2,15,71323 किसानों को इसका लाभ मिला।

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