UP News: दशहरा-दीपावली पर धर्मस्थलों में विस्फोट की थी तैयारी, पीएफआइ रच रहा था बड़ी साजिश
Lucknow News यूपी पुलिस ने प्रारंभिक जांच के अनुसार आशंका जाहिर की है कि पीएफआइ कई बड़े शहरों अयोध्या काशी और मथुरा में एक साथ दंगे की योजना बना रहा था। इसके लिए वह सदस्यों को विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग दे रहा था।
लखनऊ, [सौरभ शुक्ला]। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के सदस्य देश के कई राज्यों में आइईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्रोलसिव डिवाइस) से धमाके का षड्यंत्र रच रहे थे। खास बात यह है कि सदस्यों को इस तरह से ट्रेनिंग दी जा रही थी कि धमाकों के लिए कहीं से गोला-बारूद लाने की जरूरत ही नहीं थी। लखनऊ में पकड़े गए आरोपितों के पास से मिली सामग्रियों की पड़ताल और जांच में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं।
बख्शी का तालाब (बीकेटी) से पकड़े गए तीन आरोपितों के पास से जो पुस्तक मिली है, उसमें साफ लिखा है कि आपके आसपास मौजूद सामग्री से कैसे आइईडी बनाई जा सकती है। पुलिस को आशंका है कि इनके निशाने पर कई धार्मिक स्थल और हिंदू आबादियां थीं, जहां दशहरा से दीपावली तक विस्फोट की तैयारी थी। इसके लिए वह विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग ले रहे थे। पुलिस इस बारे में और सुबूत एकत्र कर रही है।
मुस्लिम देश घोषित करने का था मकसद
बीकेटी के अचरामऊ गांव से मंगलवार तड़के एसटीएफ और एटीएस की छापेमारी में गिरफ्तार किए गए मु फैजान, मु. रेहान और सूफियान के पास से तलाशी में बरामद दस्तावेजों से इसका राजफाश हुआ है। इनकी गिरफ्तारी के बाद एटीएस और एसटीएफ की टीम ने जब तलाशी ली तो एक नीले रंग का छोटा सा थैला बरामद हुआ। थैले में उर्दू की एक किताब मिली। इसके अलावा कुछ अन्य दस्तावेज मिले हैं जिसके पहले पृष्ठ पर 2047 तक हिंदुस्तान को मुस्लिम देश घोषित करना इनका मुख्य मकसद है।
विस्फोटकों के स्रोतों की जानकारी
दूसरे और तीसरे पृष्ठ पर साफ लिखा है आपके आसपास आसानी से मौजूद सामग्री से आइईडी बनाई जा सकती है। आइईडी कैसे बनाएं, इसका विवरण दिया गया है। चौथे और पांचवें पृष्ठ पर विस्फोटक के स्रोतों की जानकारी दी गई है। इन लोगों ने वाट्सएप ग्रुप पर संगठन के लोगों को भी इसका प्रशिक्षण दिया है। इन दस्तावेजों की फोटो कापी पीएफआइ से जुड़े लोगों में वितरित भी की गई है। आइईडी के साथ ही कई अन्य प्रकार के विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण ले रहे थे।
दंगों की बना रहे थे योजना
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार पीएफआइ सदस्य एक साथ कई बड़े शहरों अयोध्या, काशी और मथुरा में दंगे की योजना बना रहे थे। एनआरसी-सीएए के विरोध में दिसंबर 2019 में हुए दंगों से और बड़े दंगे करने का षड्यंत्र रच रहे थे। इस संबंध में यह लोग कई बैठकें भी कर चुके थे। बस इसकी तिथि निर्धारित होनी थी। बरामद किताब से दंगों के चित्र भी मिले हैं। इन चित्रों पर पेन से निशान भी लगाया गया है। सूफियान के मोबाइल से मैसेज और वाट्सएप भी बरामद हुए जिसमें कई आपत्तिजनक बातों का विवरण है। पुलिस इसके सुबूत एकत्र कर रही है।
हिंंदू इलाकों को विस्फोट की थी तैयारी
इस बीच खुफिया एजेंसियों ने ताबड़तोड़ दबिश देकर गिरफ्तारी शुरू की दो इनके नापाक मंसूबों पर ग्रहण लग गया। कुछ हिंदू बहुल इलाकों और प्रमुख मंदिरों पर धमाका करने की तैयारी भी थी। खुफिया एजेंसियों की पड़ताल में पता चला है कि पीएफआइ से जुड़े लोग मुसलमानों को उकसाकर हिंदुओं को टारगेट कर रहे थे। मुसलमानों को धर्म के नाम पर भड़काकर हिंदुओं की हत्याएं कराना चाहते थे।
रिमांड पर लेने की तैयारी
जांच में लगी एसटीएफ और एटीएस गिरफ्तार कर जेल भेजे गए पीएफआइ सदस्य फैजान, रेहान और सूफियान को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। इनकी और क्या योजना है, खुफिया एजेंसियां उसे ध्वस्त करने की तैयारी में हैं। इसके साथ ही संगठन से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं।