Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Paid Period Leave: कन्यादान फाउंडेशन व मोशो विजन ने भी लागू किया पेड पीरियड लीव अभियान

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Fri, 16 Sep 2022 04:04 PM (IST)

    Mission Paid Periods Leave रंजीता प्रियदर्शिनी ने बताया कि कामकाजी महिलाओं को महावारी के दौरान बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर उन्ह ...और पढ़ें

    Hero Image
    Mission Paid Periods Leave: कन्यादान फाउंडेशन ट्रस्ट

    लखनऊ, जेएनएन। ओडिशा में पेड पीरियड लीव अभियान की शुरुआत करने वाली रंजीता प्रियदर्शिनी ने इसको दो अन्य राज्यों के बाद अब उत्तर प्रदेश में विस्तार दिया है।

    लखनऊ में उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी में आयोजित समारोह में कन्यादान फाउंडेशन ट्रस्ट व मोशो विजन प्राइवेट लिमिटेड ने पेड पीरियड लीव अभियान के तहत अपने यहां महिला कर्मचारियों को महावारी के दौरान एक दिन का सवेतन अवकाश देने की घोषणा की है। कन्यादान फाउंडेशन अपनी कर्मियो को इस मौके पर अवकाश देने वाला देश का पहला ट्रस्ट बन गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कन्यादान फाउंडेशन ट्रस्ट के तीसरे स्थापना दिवस के पर लखनऊ में कन्यादान शिरोमणि सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि मेजर आशीष चतुर्वेदी थे। इनके साथ मिसेज एशिया यूनिवर्स 2019 डॉ नीमा पंत भी थीं। समारोह में देश के 15 राज्यों से आए लोगों का सम्मान किया गया। जिसमें ओडिशा के संबलपुर की रहने वाली रंजीता प्रियदर्शिनी को पेड पीरियड लीव अभियान के लिए कन्या शिरोमणि अवार्ड प्रदान किया गया।

    इंजीनियर से एडवोकेट बनीं रंजीता ने करीब तीन माह पहले प्राइवेट कंपनी में नौकरी छोड़कर पेड पीरियड लीव शुरू किया। जिसका मकसद कामकाजी महिलाओं को मुश्किल दिनों में एक दिन का सवेतन अवकाश दिलवाना है। रंजीता ने बताया कि उनके पेड पीरियड लीव अभियान को न केवल देश बल्कि विदेशों से भी सपोर्ट मिल रहा है। भारत में अब तक छह कंपनियों ने रंजीता के अभियान से प्रेरित होकर अपने यहां की महिला कर्मचारियों को एक दिन का पेड लीव देना शुरू भी कर दिया है।

    पेड पीरियड लीव अभियान

    रंजीता प्रियदर्शिनी ने बताया कि कामकाजी महिलाओं को महावारी के दौरान बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर उन्हें एक दिन का सवैतनिक अवकाश मिले तो उनके लिए सहूलियत रहती है। संविधान के अनुच्छेद - 15 (3) और 42 के अन्तर्गत इस संबंध में कोई कानूनी प्रावधान किया जा सकता है।

    रंजीता प्रियदर्शिनी मूलरूप से ओडिशा के संबलपुर की रहने वाली हैं। स्टील मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में जॉब करती थीं। नौकरी के दौरान मुश्किल के दिनों में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा तो उसको छोड़कर अन्य कामकाजी महिलाओं की मदद के लिए पेड पीरियड लीव अभियान शुरू कर दिया। इनके अभियान को न केवल देश बल्कि विदेश से भी सपोर्ट मिल रहा है। देश में अब तक नौ कंपनियां पेड पीरियड लीव से प्रेरित होकर अपने महिला कर्मचारियों को माहवारी में एक दिन का सवेतन अवकाश देने लगी हैं।