लखनऊ में एकेटीयू के व्याख्यान में बोले पद्मश्री प्रो एसजी धांडे- नौकरी नहीं, करियर के बारे में सोचें युवा
लखनऊ के डा.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में मंगलवार को आयोजित हुए व्याख्यान में मुख्य वक्ता पद्मश्री से अलंकृत प्रो.एसजी धांडे ने कहा कि विद्यार्थियों को करियर के बारे में सोचना चाहिए न कि नौकरी के बारे में। नौकरी तो टेक्नोलाजी परिवर्तन के साथ बदलती रहती है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ के डा.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में मंगलवार को आयोजित हुए व्याख्यान में मुख्य वक्ता पद्मश्री से अलंकृत प्रो.एसजी धांडे ने कहा कि विद्यार्थियों को करियर के बारे में सोचना चाहिए न कि नौकरी के बारे में। नौकरी तो टेक्नोलाजी परिवर्तन के साथ बदलती रहती हे, लेकिन ज्ञानार्जन और कौशल विकास की चेतना सदैव ही आपके करियर में उत्तरोत्तर वृद्धि करता है। विद्याथियों को अपनी क्षमता पहचाननी चाहिए। स्वयं की कमजोरी उसे पता होनी चाहिए। नए अवसरों के प्रति सजग रहना चाहिए एवं चुनौतियों का मूल्यांकन करते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में अच्छा इंजीनियर बनने के लिए बड़े संस्थान महत्वपूर्ण नहीं हैं। आपके सीखने की ललक महत्वपूर्ण है। वर्तमान में इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के लिए सेना और सिविल सेवा दोनों ही बेहतर विकल्प हो सकते हैं। क्योंकि सेना और प्रशासन दोनों जगह ही टेक्नोलाजी का प्रयोग महत्वपूर्ण हो गया है। डा.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनीत कंसल की अध्यक्षता में आयोजित व्याख्यान में एलडीए उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि विशेषज्ञों के व्याख्यानों का छात्र जीवन में विशेष महत्व है। विशेषज्ञों के व्याख्यानों से विद्यार्थियों में चुनौतियों को अवसर में परिवर्तन करने की समझ पैदा होती है। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता आशीष मिश्रा ने बताया कि व्याख्यान में कुलसचिव नंद लाल सिंह के अलावा विद्यार्थी व शिक्षक शामिल हुए।
करियर खोलता है संभावनाओं के बड़े द्वारः विशेषज्ञों ने कहा कि नौकरी के बारेे में सोचने से ज्यादा से ज्यादा आप नौकरी पा जाते हैं, लेकिन करियर बनाने से संभावनाओं का बड़ा द्वार खुलता है। करियर अच्छा बन गया तो आप सैकड़ों अन्य लोगों को भी नौकरी दे सकते हैं। नौकरी से खुद और परिवार का ही भविष्य बनता है, लेकिन करियर बनने से खुद और अपने परिवार के साथ दूसरे लोगों और उनके परिवारों का भविष्य भी आप बना सकते हैं। इसलिए हमेशा बड़ा सोचें। खुद को सिर्फ नौकरी तक सीमित नहीं रखें।
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